Bihar Political Crisis: बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) रविवार सुबह तक पद से इस्तीफा दे सकते हैं। मुख्यमंत्री के एक करीबी सूत्र ने शनिवार को यह जानकारी दी। नाम न बताने की शर्त पर सूत्र ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि नीतीश कुमार के शनिवार देर शाम तक इस्तीफे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा, “वैसे यह (इस्तीफा) निश्चित रूप से रविवार सुबह तक होगा।”
इस्तीफा देने से पहले जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने विधायक दल की एक पारंपरिक बैठक की। ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक में मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के विधायकों को अपने फैसले से अवगत कराया है।
सूत्र ने कहा कि BJP के समर्थन से एक नई सरकार बनने की संभावना के बीच सचिवालय जैसे सरकारी कार्यालयों को रविवार को खुला रखने के लिए कहा गया है।
इस बीच, BJP की प्रदेश इकाई के नेताओं ने पार्टी की एक बैठक के दौरान JDU के ‘महागठबंधन’ से बाहर निकलने की स्थिति में कुमार का समर्थन करने की औपचारिक घोषणा नहीं की।
BJP के सूत्रों ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व से निर्देश मिले हुए हैं कि कुमार के इस्तीफा देने तक कोई भी औपचारिक घोषणा नहीं की जाए।
RJD गुट की भी हुई बैठक
इस बीच शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेताओं ने यहां बैठक की और पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद को ‘कोई भी फैसला’ लेने के लिए अधिकृत किया। RJD के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने यहां प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित पार्टी की बैठक के बाद इसकी घोषणा की। झा ने कहा, “कृपया और अधिक सवाल नहीं पूछे।”
बैठक में राज्य विधानमंडल के सदस्यों समेत पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे। 79 विधायकों के साथ RJD विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है। RJD महागठबंधन में सबसे बड़ा दल है। इसके अलावा कांग्रेस और तीन वामपंथी दल भी इसमें शामिल हैं।
अगर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) महागठबंधन से किनारा कर लेती है, तो महागठबंधन के पास विधानसभा में बहुमत के लिए आठ सदस्य कम रह जाएंगे। ऐसे मजबूत संकेत मिल रहे हैं कि कुमार भारतीय जनता पार्टी के नेृतत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में एक बार फिर वापसी कर सकते हैं।