Bengaluru Cafe Blast: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट (Rameshwaram Cafe Blast) मामले में दो प्रमुख संदिग्धों के सिर पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया। आतंकवाद रोधी एजेंसी ने आम जनता से मामले में फरार चल रहे मुसाविर हुसैन शाजिब उर्फ शाजेब और अब्दुल मथीन अहमद ताहा उर्फ अब्दुल मथीन ताहा के बारे में जानकारी शेयर करने की अपील की।
एजेंसी ने मुसाविर हुसैन शाजिब की कई तस्वीरें जारी की हैं, जिसे संदिग्ध माना जा रहा है, जिसने 1 मार्च को कैफे में बम रखा था, जिसमें नौ लोग घायल हो गए थे। NIA की जांच से पता चला है कि शाजिब बजट होटलों और लॉज में रूम बुक करते समय कई अलग-अलग नाम का इस्तेमाल कर रहा था।
NIA की जांच से पता चला है कि शाजिब को अपनी असली पहचान को छिपाने के लिए नकली दाढ़ी, विग और मास्क पहने देखा गया है। यहां तक कि रामेश्वरम कैफे विस्फोट के बाद CCTV कैमरे की तस्वीरों में भी संदिग्ध को कई बार टोपी पहने देखा जा सकता है।
अब तक की जांच से पता चला है कि शाजिब और उसका साथी ताहा विस्फोट से पहले कम से कम दो महीने तक ट्रिप्लिकेन में चेन्नई के एक लॉज में रहे थे।
NIA ने शाजिब की तस्वीरों से मिलते-जुलते किसी भी संदिग्ध के बारे में जानकारी देने के लिए आम जनता से मदद मांगी है। एजेंसी ने कर्नाटक, तमिलनाडु और आसपास के राज्यों में लॉज, बॉयज हॉस्टल और बजट होटलों को सतर्क कर दिया है, क्योंकि संदिग्ध ऐसी छोटी जगहों का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं।
एजेंसी ने यह भी चेतावनी दी है कि साथी आरोपी अब्दुल मथीन अहमद ताहा भागते समय जाली हिंदू नाम (सुमित या विघ्नेश) का इस्तेमाल कर सकता है।
30 साल के ताहा को ISISI शिमोगा मॉड्यूल का मास्टरमाइंड और मैंगलोर ऑटो ब्लास्ट मामले में मुख्य हैंडलर माना जाता है। वो 5 फीट 5 इंच लंबा है और अक्सर टोपी पहनता है।
उसकी बेसबॉल कैप से NIA को महत्वपूर्ण सुराग मिले। एजेंसी का मानना है कि शाजिब ने रामेश्वरम कैफे में IED रखते समय ताहा की लिमिटेड एडिशन बेसबॉल टोपी पहनी थी। टोपी चेन्नई के एक मॉल से खरीदी गई थी और बाद में विस्फोट वाली जगह के पास एक पूजा स्थल पर फेंक दी गई थी।
दोनों पिछले तीन साल से फरार हैं। NIA ने उन्हें अल-हिंद मामले समेंत कई मामलों में आरोपी बनाया है।
विस्फोट के बाद, बेंगलुरु से उत्तर कन्नड़ से लेकर आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु रूट पर लगे कैमरों में दोनों दिखाई दिए हैं। NIA इस मामले में उनके साथी मुजम्मिल शरीफ से पूछताछ कर रही है। एजेंसी को शक है कि शरीफ ने विस्फोट में इस्तेमाल इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) को इकट्ठा करने के लिए विस्फोटक और दूसरे सामान उपलब्ध कराए थे।
बेंगलुरु के ITPL रोड, ब्रुकफील्ड पर स्थित रामेश्वरम कैफे में विस्फोट के पीछे मुख्य साजिशकर्ता शरीफ को कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया था।