Bengaluru के एक बैंकर (Banker turn Thief) ने नौकरी छोड़ चोरी करना शुरू कर दिया। वो भी ऐसी–वैसी चोरी नहीं लैपटॉप्स (Laptop Stealing) की। कुल मिलाकर 24 लैपटॉप चोरी किए जिनकी कीमत 10 लाख रुपए बताई जा रही है। ये सारी चोरियां पीजी (PG laptop stolen) से और सिटी की अलग–अलग सॉफ्टवेयर कंपनियों से की गई। चोर के पीजी के साथियों ने उसकी शिकायत कर दी और 26 मार्च को नोएडा का रहने वाले 26 साल के जस्सी अग्रवाल को पुलिस ने हिरास्त में कर लिया।
Banker की जॉब छोड़ लाखों के लैपटॉप किए चोरी
जांच में पता चला कि महिला एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं जो एक छोटे से समय के लिए प्राइवेट बैंक में काम कर रही थीं। पीजी में भी उन्होंने कुछ दिन बिताए। महिला इंतजार करती थी कि कब पीजी के दूसरे लोग खाने के लिए बाहर जाएं फिर वो उनकी पीठ पीछे से उनके कमरे में घुसती और लैपटॉप के अलावा दूसरी कीमती चीजें चोरी कर लेती। महिला फिर अपने होम टाउन वापिस आ जाती और ब्लैक मार्केट में सभी चीजों को बेचती।
महिला ब्लैक मार्केट में बेचती थी चीजें
महिला फिर बेंगलुरु लौटती और उसके बाद दूसरी पीजी में जाती। फिर वहां लैपटॉप खोजती और वही तकनीक फॉलो करती। पुलिस ने बताया कि महिला ने एक साल पहले ही नौकरी छोड़ दी थी और तबसे पूरा समय लैपटॉप चोरी में बिताती। ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई है जब किसी ने नौकरी छोड़ चोरी का रास्ता अपनाया हो। नवंबर 2023 में एक आदमी को सिटी में अरेस्ट किया गया। इस आदमी ने 133 लैपटॉप्स, 19 मोबाइल और 4 टैबलेट चोरी किए थे। इन सभी चीजों की कुल कीमत 75 लाख रुपए है।
पीजी से चीजें चोरी होने की पुरानी वारदात
चोरी में आदमी के साथ दो अन्य लोग भी शामिल थे, जो इन गैजेट्स को बाहर बेचते थे। मुख्य आरोपी, एक कंप्यूटर साइंस ग्रेजुएट था, जो पहले एक सॉफ्टवेयर फर्म के लिए काम करता था। आदमी गैजेट चुराने के लिए पीजी रेजिडेंट्स का दौरा करता था और चुराई गई चीजों को बाद में बाहर बेचता था।