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Bank Nifty पहली बार 48,000 के पार, क्या आगे भी जारी रहेगी तेजी?

Bank Nifty पहली बार 48,000 के पार, क्या आगे भी जारी रहेगी तेजी?

बैंक निफ्टी (Bank Nifty) 15 दिसंबर को 48,000 के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। FTSE में बदलाव की वजह से HDFC बैंक (HDFC Bank) के शेयरों में कारोबार के आखिरी घंटे के दौरान तेजी देखने को मिली। इस दिन निफ्टी-50 इंडेक्स (Nifty 50) में भी काफी तेजी देखने को मिली। HDFC बैंक का शेयर 15 दिसंबर को 6.40 रुपये यानी 0.39 पर्सेंट की बढ़त के साथ 1656.55 रुपये पर बंद हुआ।

निफ्टी 50 इंडेक्स में HDFC Bank की हिस्सेदारी 11 पर्सेंट है, जबकि बैंक निफ्टी इंडेक्स (Bank Nifty index) में इसका योगदान 30 पर्सेंट है। FTSE में हुए बदलाव का सबसे ज्यादा फायदा HDFC बैंक को हुआ है और इंडेक्स में स्टॉक का वेटेज बढ़ गया है। FTSE में बदलाव होने पर इंडेक्स म्यूचुअल फंडों को उस स्टॉक को अपने पोर्टफोलियो में जोड़ना पड़ता है। इससे संबंधित स्टॉक में निवेश बढ़ता है।

नुवामा रिसर्च (Nuvama Research) के अनुमानों के मुताबिक, HDFC बैंक में 54.7 डॉलर का निवेश होने का अनुमान है, जबकि IIFL को HDFC बैंक में 45.1 करोड़ डॉलर के निवेश की उम्मीद है। एलकेपी सिक्योरिटीज (LKP Securities) के सीनियर टेक्निकल और डेरिवेटिव एनालिस्ट कुणाल शाह ने बताया, ‘निफ्टी बैंक इंडेक्स 50,000 तक पहुंच सकता है।’ उनका कहना था कि बैंक निफ्टी में तेजी का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है और यह 48,000 से भी ऊपर जा सकता है। अगर इस सपोर्ट लेवल पर गिरावट होती है, तो इसे खरीदारी का अवसर माना जाएगा।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, टेक्निकल रिसर्च अजीत मिश्रा ने बताया, ‘अनुमानों के मुताबिक ही मौजूदा तेजी में बैंकिंग और आईटी शेयर का अहम योगदान है। हमारा मानना है कि इन सेक्टर के शेयरों का आउटपरफॉर्मेंस जारी रह सकता है। निवेशकों के लिए इस हिसाब से निवेश की प्लानिंग करना बेहतर होगा।’

इससे पहले नवंबर में रिजर्व बैंक द्वारा कंज्यूमर लोन पर रिस्क वेटेज बढ़ाए जाने के बाद बैंकिंग शेयरों में सुस्ती आ गई थी। ऐसे लोन में पर्सनल लोन, कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन और क्रेडिट कार्ड शामिल हैं। निफ्टी 50 (Nifty 50) 15 दिसंबर को 1.25 पर्सेंट बढ़कर 21,465 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 0.86 पर्सेंट ऊपर 48,143 पर बंद हुआ।

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