राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के श्री राम जन्मभूमि मंदिर के दौरे के बाद इसके मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि बहुत अच्छा लगा। राष्ट्रपति ने किये दर्शन। यह देखकर कि वह रामलला के प्रति कितनी समर्पित हैं – उन्होंने आरती की, उनके सामने सिर झुकाया और प्रार्थना की – केवल रामलला के प्रति समर्पित व्यक्ति ही ऐसा कर सकता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला की पूजा की। द्रौपदी मुर्मू अयोध्या जाने वाली तीसरी राष्ट्रपति हैं और अपने पूर्ववर्ती राम नाथ कोविंद के बाद राम लला के दर्शन करने वाली दूसरी राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने 2021 में देवता की पूजा की थी। राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने भी 1983 में अयोध्या का दौरा किया था। तब उन्होंने हनुमान गढ़ी और कनक भवन में प्रार्थना की थी। राष्ट्रपति को श्री राम जन्मभूमि मंदिर की एक लघु प्रतिकृति और राम लला की मूर्ति की एक फ़्रेमयुक्त तस्वीर भेंट की गई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के श्री राम जन्मभूमि मंदिर के दौरे के बाद इसके मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि बहुत अच्छा लगा। राष्ट्रपति ने किये दर्शन। यह देखकर कि वह रामलला के प्रति कितनी समर्पित हैं – उन्होंने आरती की, उनके सामने सिर झुकाया और प्रार्थना की – केवल रामलला के प्रति समर्पित व्यक्ति ही ऐसा कर सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह आश्चर्यजनक है। यह भगवान राम के सभी भक्तों के लिए एक सबक है – प्रधान मंत्री और राष्ट्रपति भगवान राम के प्रति कितने समर्पित हैं।
राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक हैंडल से ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा गया, ‘‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने श्री हनुमान गढ़ी मंदिर, अयोध्या में दर्शन किए और पूजा की।’’ इससे पहले राष्ट्रपति भवन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति का स्वागत किया।’’ बाइस जनवरी को हुए राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद यह पहली बार है कि राष्ट्रपति अयोध्या का दौरा कर रही हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अयोध्या में सरयू नदी के घाट पर आरती में शामिल हुईं।
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