Andhra Pradesh Elections: आंध्र प्रदेश की 25 सीटों पर 2024 के लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव के लिए भी 13 मई को वोट डाले जाएंगे। वोटों की गिनती 4 जून को होगी। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) के नेतृत्व वाली YSR कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने 2019 के आम चुनावों में राज्य की 25 में से 22 सीटें जीतीं, और एन चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) को सिर्फ तीन तक सीमित कर दिया। YSRCP ने 49.89% वोट शेयर हासिल किया, वहीं TDP राज्य में केवल 40.19% ही हासिल कर सकी।
2024 के लोकसभा चुनाव में YSRCP का मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से है, जिसमें BJP, TDP और पवन कल्याण की जन सेना (Jana Sena) पार्टी शामिल है। तीनों दलों के बीच सीट बंटवारे के समझौते के अनुसार, TDP राज्य की 17 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, जबकि BJP के पास 6 और JSP के पास दो सीटें हैं।
चुनावी मैदान में कांग्रेस के नेतृत्व वाला I.N.D.I.A. ब्लॉक भी है, जिसमें CPIM और CPI शामिल हैं। सीएम जगन रेड्डी की छोटी बहन वाईएस शर्मिला राज्य में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व कर रही हैं। आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में से चार अनुसूचित जाति (SC) के लिए और एक अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 16 मार्च तक राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या 4.09 करोड़ है, जो 22 जनवरी को दर्ज 4.07 करोड़ से ज्यादा है। इनमें 2.08 करोड़ महिलाएं और 3,346 थर्ड जेंडर के लोग शामिल हैं।
आंध्र प्रदेश की इन सीटों पर रहेगी सबकी निगाहें:
विशाखापत्तनम
2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर करीबी मुकाबला देखने को मिला, जब YSRCP के एमवीवी सत्यनारायण ने TSP उम्मीदवार मथकुमिली भरत को 4,000 से ज्यादा वोटों से हराया। जहां TDP को इस बार एक बार फिर भरत पर उम्मीद है, तो वहीं YSRCP ने डॉ. बोत्सा झांसी लक्ष्मी को मैदान में उतारा है।
YSRCP का गढ़ है। वाईएस अविनाश रेड्डी ने पिछले दो आम चुनावों – 2014 और 2019 में इस सीट से जीत हासिल की है। हालांकि, इस बार उन्हें आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (APCC) के अध्यक्ष वाईएस शर्मिला रेड्डी से कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है, जिनके 2024 के चुनावों में इस सीट से मैदान में उतारे जाने की संभावना है।
कभी कांग्रेस का गढ़ रहे नेल्लोर में YSRCP के राज्यसभा सांसद वी विजयसाई रेड्डी और हाल ही में YSRCP छोड़कर TDP में शामिल हुए वेमीरेड्डी प्रभाकर रेड्डी के बीच एक हाई-प्रोफाइल मुकाबला देखने को मिलने वाला है।
YSRCP के दो बार के लोकसभा सांसद पीवी मिधुन रेड्डी इस बार इस सीट से तीसरी बार चुनाव जीतने की उम्मीद कर रहे हैं। BJP इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री एन किरणकुमार रेड्डी को मैदान में उतार सकती है।
YSRCP इस पवित्र शहर में अपनी जीत का सिलसिला जारी रखने के लिए उत्सुक है और उसने मद्दीला गुरुमूर्ति को फिर से मैदान में उतारा है, जिन्होंने 2021 का उपचुनाव 2.7 लाख से ज्यादा वोटों से जीता था। NDA ने अभी तक इस सीट के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।