आईटी सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनी Accenture ने आज 21 मार्च को FY24 के लिए अपने रेवेन्यू के पूर्वानुमान को कम कर दिया है। कंपनी ने मैक्रो इकोनॉमी में अनिश्चितता बढ़ने के कारण अपने रेवेन्यू के अनुमान में कटौती की है। कंपनी के अनुमान के मुताबिक पूरे साल की रेवेन्यू ग्रोथ 1 फीसदी से 3 फीसदी के दायरे में होगी, जबकि इसके पहले का अनुमान 2 फीसदी से 5 फीसदी के बीच था। कंपनी ने अनिश्चित कंसल्टिंग रेवेन्यू के चलते अपने रेवेन्यू का अनुमान घटाया है। प्रीमार्केट ट्रेडिंग में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी के शेयरों में करीब 5 फीसदी की गिरावट देखी गई।
कंपनी अपनी आईटी और कंसल्टिंग सर्विसेज के लिए सुस्त मांग से जूझ रही है। हाई इंटरेस्ट रेट्स ने इंडस्ट्री को प्रभावित किया है, जबकि महामारी के दौरान इसमें जबरदस्त ग्रोथ देखने को मिली थी। इसके चलते कंपनी को कर्मचारियों की छंटनी भी करनी पड़ी है। कंपनी ने लगभग 19,000 नौकरियों की कटौती की थी, जो कि इसके टोटल वर्कफोर्स का 2.5 परसेंट था।
Accenture के प्रदर्शन को इंडियन आईटी इंडस्ट्री के लिए एक बेंचमार्क माना जाता है। इससे इंडियन आईटी कंपनियों के अपेक्षित प्रदर्शन की एक झलक मिलती है। चौथी तिमाही के लिए अर्निंग सीजन 12 अप्रैल को शुरू होगा, जिसमें दिग्गज कंपनी टीसीएस अपने अर्निंग की घोषणा करेगी।
डबलिन हेडक्वार्टर वाली आईटी दिग्गज का दूसरी तिमाही में रेवेन्यू 15.8 अरब डॉलर रहा। एक्सेंचर सितंबर-अगस्त वित्तीय वर्ष का पालन करता है। एक्सेंचर की नई बुकिंग $21.6 अरब रही, जो 2 फीसदी की गिरावट है। वित्तीय वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में 12.3 फीसदी की तुलना में ऑपरेटिंग मार्जिन 13 फीसदी पर आ गया।