इस वर्ष जनरल डिबेट की शुरुआत, ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा द्वारा यूएन महासभा में सदस्य देशों को सम्बोधित किए जाने के साथ हुई.
छह दिनों तक चली जनरल डिबेट में, 190 सदस्य देशों ने हरे संगमरमर से चमकते मंच से, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष मौजूद चुनौतियों पर अपनी बात रखी और संकटों पर पार पाने में वैश्विक एकजुटता पर बल दिया.
उनके अलावा, पर्यवेक्षक का दर्जा पाने वाले तीन सदस्यों को भी सम्बोधन का अवसर मिला.
यूएन महासभा के 79वें सत्र के लिए अध्यक्ष फ़िलेमॉन यैंग ने उच्चस्तरीय खंड का समापन करते हुए हिंसक टकरावों से निपटने और शान्ति स्थापना की अहमियत को रेखांकित किया.
महासभा प्रमुख ने कहा कि ग़ाज़ा, लेबनान, सूडान और यूक्रेन में हिंसक टकराव जारी है और ये केवल यहीं तक सीमित नहीं हैं.
“पिछले कुछ दिनों में, दुनिया ने लेबनान में इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच, नाटकीय ढंग से हिंसा भड़कते हुए देखा है. इस टकराव में आई तेज़ी से पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में युद्ध भड़कने का जोखिम है.”
“यह रोकना होगा, और इसे अभी रोकना होगा. दुनिया को एक नाज़ुक क्षेत्र में पूर्ण रूप से युद्ध भड़कने से हर हाल में रोकना होगा.” उन्होंने इसराइल, हमास व हिज़बुल्लाह से तुरन्त एक युद्धविराम पर सहमत होने की अपील की है.
“और सभी शेष बन्धकों को तत्काल, बिना नुक़सान पहुँचाए रिहा किया जाना होगा.”
एकजुट होकर आगे बढ़ें
फ़िलेमॉन यैंग ने कहा कि एक दूसरे के साथ मिलकर ही, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा जटिल चुनौतियों का सामना किया जा सकता है. “हम केवल सम्वाद, सुनकर और सामूहिक क़दमों के ज़रिये, उन समाधानों को ढूंढ सकते हैं, जिनसे हमें लाभ मिलता हो.”
79वें सत्र के दौरान, यूएन महासभा में जनरल डिबेट की थीम शान्ति, विविधता, टिकाऊ विकास, मानव गरिमा को सुनिश्चित किए जाने पर केन्द्रित थी.
उन्होंने कहा कि ये केवल एक दिशानिर्देशक सिद्धान्त नहीं है, यह कार्रवाई की एक पुकार है.
“यह थीम हमें ध्यान दिलाती है कि हमारी शक्ति, हमारी विविधता में और सभी हितधारकों को हमारे साझा लक्ष्यों के इर्दगिर्द एकजुट करने की सामर्थ्य में निहित है.”
“आइए, हम सभी एक साथ मिलकर, एकता व साझा दायित्व की भावना के साथ आगे बढ़ें. आइए, हम अपना काम जारी रखें, सर्वजन के लिए एक शान्तिपूर्ण, न्यायसंगत और गरिमामय भविष्य का निर्माण करने के स्पष्ट उद्देश्य के साथ.”