विश्व

ग़ाज़ा: रफ़ाह में इसराइली हमले में बड़ी संख्या में लोग हताहत

ग़ाज़ा: रफ़ाह में इसराइली हमले में बड़ी संख्या में लोग हताहत

ख़बरों के अनुसार इसराइली सेना ने रफ़ाह के पश्चिमोत्तर इलाक़े तल-अस-सुल्तान में विस्थापित लोगों के एक शिविर पर हमला किया है. उसके अलावा ग़ाज़ा के उत्तरी इलाक़े में जबालिया, नुसीरात और ग़ाज़ा सिटी में भी हमले किए गए हैं.

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन सहायता एजेंसी – UNRWA ने इन हमलों की ख़बरों के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि रफ़ाह में पनाह लेने वाले परिवारों पर और हमले होने की ख़बरें, हृदय विदारक हैं. 

ऑनलाइन मंचों पर प्रकाशित अपुष्ट तस्वीरों में आश्रय स्थल आग में पूरी तरह जल गए नज़र आते हैं और रफ़ाह में हमले की जगह पर क्षत-विक्षत शव भी नज़र आते हैं.

UNRWA ने कहा है, “बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने की ख़बरें हैं, जिनमें महिलाएँ और बच्चे भी हैं. ग़ाज़ा, इस ज़मीन पर नरक बन चुका है. बीती रात हुए इस हमले की तस्वीरें, इसकी एक बार फिर पुष्टि करती हैं.”

अन्तरराष्ट्रीय निन्दा

आवास के अधिकार पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष रैपोर्टेयर बालकृष्णन राजगोपाल ने इन शब्दों और इसराइली हमलों की अन्तरराष्ट्रीय निन्दा को दोहराते हुए, युद्ध को रोके जेन के लिए “संयुक्त वैश्विक कार्रवाई” किए जाने की पुकार लगाई है.

ग़ौरतलब है कि अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) गत शुक्रवार को इसराइल से रफ़ाह में सैन्य अभियान को तत्काल रोके जाने का आदेश जारी कर चुका है.

विशेष रैपोर्टेयर बालकृष्णन राजगोपाल ने कहा है, “रफ़ाह में महिलाओं और बच्चों पर उस समय हमला करना जब वे अपने आश्रय स्थलों में ठहरे हुए हों, एक हैवानियत भरा अत्याचार है.”

बालकृष्णन राजगोपाल एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ हैं और वह संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी नहीं हैं.

उन्होंने कहा, “हमें इसराइल की गतिविधियों को तत्काल रोकने के लिए संयुक्त वैश्विक कार्रवाई की ज़रूरत है.”

इसराइली सेना ने एक वक्तव्य जारी करके, इन हमलों में आम नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाने का खंडन किया है और कहा है कि वो हमला हमास के दो नेताओं को निशाना बनाकर किया गया था. 

इसराइली सेना के वक्तव्य के अनुसार, रफ़ाह के पश्चिमोत्तर इलाक़े में किया गया हमला “सटीक हमला” था जिसमें यासीन राबिया और ख़ालेद नागर मारे गए हैं, जो पश्चिमी तट में सक्रिय थे, और यह हमला अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के अनुरूप था.

…जारी…

Source link

Most Popular

To Top