चुनावी बॉण्ड को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला करार देते हुए वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि उच्चतम न्यायालय उस याचिका पर शीघ्र सुनवाई शुरू करेगा जिसमें कॉरपोरेट संस्थाओं और राजनीतिक दलों के बीच ‘‘लाभ लेकर फायदा पहुंचाने’’ की कथित व्यवस्था की विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराए जाने का अनुरोध किया गया है।
कोलकाता । वकील प्रशांत भूषण ने चुनावी बॉण्ड को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला करार देते हुए शनिवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय उस याचिका पर शीघ्र सुनवाई शुरू करेगा जिसमें कॉरपोरेट संस्थाओं और राजनीतिक दलों के बीच ‘‘लाभ लेकर फायदा पहुंचाने’’ की कथित व्यवस्था की विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराए जाने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में एक स्वतंत्र एवं निष्पक्ष एसआईटी का गठन किया जाना चाहिए।
भूषण ने ‘कोलकाता प्रेस क्लब’ में कहा, ‘‘शीर्ष अदालत में दायर की गई उस याचिका पर जल्द सुनवाई शुरू होगी जिसमें एसआईटी गठित करने का अनुरोध किया गया है। उच्चतम न्यायालय के किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में एक निष्पक्ष एसआईटी का गठन किया जाना चाहिए। एसआईटी में सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को शामिल नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि वे भी इस मामले में आरोपी हैं।’’ भूषण ने कहा कि जांच से पता चलेगा कि ‘‘चुनावी बॉण्ड घोटाले’’ में कौन शामिल था और राजनीतिक दलों से पैसा कैसे वसूला जा सकता है।
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