नई दिल्ली : ईरान-इजरायल के बीच तनाव बढ़ने के बाद भारत की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। हम इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती दुश्मनी काफी चिंतित हैं। इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है। हम तत्काल तनाव कम करने, संयम बरतने, और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं।
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि हम हालात पर करीब से नजर रख रहे हैं। क्षेत्र में हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के लोगों साथ संपर्क बनाए हुए हैं। यह महत्वपूर्ण है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे।
बता दें कि ईरान ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए रविवार तड़के इजरायल पर हमला कर दिया। ईरान ने इजरायल पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल तथा क्रूज मिसाइल दागीं। ईरान के इस हमले ने पश्चिम एशिया को क्षेत्रव्यापी युद्ध के करीब धकेल दिया है। इजराइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगारी ने कहा कि ईरान ने कई ड्रोन, क्रूज मिसाइल और बैलेस्टिक मिसाइल दागीं, जिनमें से अधिकतर को इजराइल की सीमाओं के बाहर नष्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि युद्धक विमानों ने इजराइली हवाई क्षेत्र के बाहर 10 से अधिक क्रूज मिसाइलों को तबाह कर दिया, लेकिन कुछ मिसाइल इजराइल में गिरीं।
सीरिया में एक अप्रैल को हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में दो ईरानी जनरल के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने का प्रण किया था। ईरान ने इस हमले के पीछे इजराइल का हाथ होने का आरोप लगाया था। हालांकि इजराइल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। यह पहली बार है जब ईरान ने देश की 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद शुरू हुई दशकों की दुश्मनी के बाद इजराइल पर सीधे तौर पर हमला किया है। अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र , फ्रांस, ब्रिटेन आदि देशों ने इजराइल पर ईरान के हमले की निंदा की है।