सैमसंग, शाओमी, पैनासोनिक और फिलिप्स जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियों के लिए टीवी, वॉशिंग मशीन, स्मार्टफोन, एलईडी बल्ब और सीसीटीवी एलईडी बल्ब बनाने वाली डिक्सन टेक्नोलॉजीज (इंडिया) बड़ी शॉपिंग कर रही है। कंपनी ने इस्मार्टू इंडिया की बड़ी हिस्सेदारी खरीदने के लिए शेयर पर्चेज एग्रीमेंट पर साइन किए हैं। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है। इसका असर आज डिक्सन टेक के शेयरों पर भी दिखा। आज इंट्रा-डे में BSE पर यह 3.16 फीसदी के उछाल के साथ 7877.95 रुपये के भाव तक पहुंच गया था। मुनाफावसूली के चलते भाव में नरमी आई लेकिन अभी भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। दिन के आखिरी में यह 0.72 फीसदी की बढ़त के साथ 7691.35 रुपये (Dixon Tech Share Price) पर बंद हुआ है।
दो किश्तों में 56% हिस्सेदारी खरीदेगी Dixon Tech
डिक्सन टेक ने इस्मार्टू इंडिया की 56 फीसदी हिस्सेदारी दो किश्तों में खरीदने के लिए एग्रीमेंट किया है। पहली किश्त में 50.10 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए यह 238.36 करोड़ रुपये में 1.38 करोड़ इक्विटी शेयर खरीदेगी। इसमें से 1.34 करोड़ शेयर यह इस्मार्टू इंडिया से खरीदेगी। इसके अलावा बाकी 51,832 शेयर यह ट्रांसन टेक्नोलॉजी (Transsion Technology) और 3.46 लाख शेयर 5ए एडवाइजर्स (5A Advisors) से खरीदेगी।
दूसरी किश्त में डिक्सन टेक इसके न्यूनतम 4.43 लाख शेयर खरीदेगी जो इसकी 1.6 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है या अधिकतम 16.33 लाख शेयर खरीदेगी जो इसकी 5.9 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। डिक्सन टेक ये शेयर इस्मार्टू सिंगापुर से खरीदेगी। इस किश्त के लिए कितना खर्च होगा, यह इस्मार्टू के मुनाफे पर निर्भर करेगा। इस्मार्टू ने वित्त वर्ष 2026 में 200 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे का लक्ष्य रखा है। डिक्सन टेक दूसरी किश्त के शेयर वित्त वर्ष 2027 तक खरीदेगी और इसके लिए वैल्यू वित्त वर्ष 2026 के शुद्ध मुनाफे के 20 गुने के बराबर वैल्यूएशन के आधार पर तय किया जाएगा।
Ismartu के बारे में
इस्मार्टू नोएडा की कंपनी है। यह मोबाइल फोन, टैबलेट, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज और मोबाइल समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के बाकी पार्ट्स तैयार कर देश-विदेश में बेचती है। अब इसे खरीदने के लिए डिक्सन टेक सौदा कर रही है जो इसकी विस्तार नीति के तहत ही है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 4731 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2022 में 7149 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023 में 6235 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।