माइंस मिनिस्ट्री ने नीलामी के दूसरे दौर के लिए 29 फरवरी को 18 अहम मिनरल ब्लॉक का ऐलान किया। इन खनिज संसाधनों की कुल वैल्यू 30 लाख करोड़ रुपये है। जिन मिनरल ब्लॉक को नीलामी के लिए पेश किया है, उनमें ग्रेफाइट, निकेल, PGE, कोबाल्ट आदि शामिल हैं। कोल और माइंस मिनिस्टर प्रह्लाद जोशी ने बताया कि ये ब्लॉक आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु आदि राज्यों में मौजूद हैं।
दूसरे दौर की नीलामी में सरकार 17 कंपोजिट लाइसेंस और एक माइनिंग लीज उपलब्ध कराएगी। जोशी ने कहा, ‘देसी माइनिंग से इंपोर्ट कम करने में मदद मिलेगी और सप्लाई चेन संबंधी चुनौतियों से भी निपटा जा सकेगा।’ उनका कहना था कि तीसरी दौर की नीलामी लोकसभा चुनावों के बाद होने की उम्मीद है। दूसरे दौर की नीलामी के लिए पहल ऐसे वक्त में हुई है, जब ग्रीन एनर्जी की तरफ शिफ्ट करने के लिए कच्चे माल की सप्लाई को मजबूत करने की तैयारी में है। पिछले महीने 20 अहम मिनरल ब्लॉक की नीलामी की गई।
ये ब्लॉक बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, तमिलनाडु और जम्मू-कश्मीर में थे। नीलामी के पहले दौर के बारे में जोशी ने बताया, ‘180 से भी ज्यादा लोगों ने बिड डॉक्युमेंट खरीदा और इसमें कई स्टेकहोल्डर्स हिस्सा ले रहे हैं।’ मंत्रालय ने एक्सप्लोरेशन लाइसेंस की नीलामी के लिए राज्यों को 20 ब्लॉक सौंपे हैं। माइंस मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी वी एल कंठा राव ने बताया, ‘ पांच राज्यों ने देश में एक्सप्लोरेशन लाइसेंस की पहली नीलामी को अंजाम देने के लिए तैयारी दिखाई है। हमें उम्मीद है कि अगले 10-15 दिनों में यह शुरू हो जाएगा।’