Ayodhya Ram Mandir Inauguration Latest Updates: अयोध्या के राम मंदिर में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह मंगलवार को शुरू हो गया। मंदिर न्यास के एक सदस्य और उनकी पत्नी की अगुवाई में इस दौरान कई अनुष्ठान हुये। मंगलवार से शुरू हुए अनुष्ठान नए मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के साथ संपन्न होंगे। राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा, ‘‘अनुष्ठान शुरू हो गया है और 22 जनवरी तक जारी रहेगा। 11 पुजारी सभी ‘देवी-देवताओं’ का आह्वान करते हुए अनुष्ठान कर रहे हैं। इस महीने की 22 तारीख तक चलने वाले अनुष्ठान में यजमान मंदिर न्यास के सदस्य अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी उषा मिश्रा हैं।
सीएम योगी को भी मिला निमंत्रण
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मंगलवार को न्यौता मिला है। सीएम योगी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होगे।
अयोध्या में जलाई गई 108 फुट लंबी अगरबत्ती
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महंत नृत्य गोपाल दास ने मंगलवार को गुजरात से यहां लायी गयी 108 फुट लंबी अगरबत्ती जलाई। दास ने श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगाते हुए अगरबत्ती को जलाया। दावा किया गया कि अगरबत्ती की सुगंध 50 किमी तक दूर तक महकेगी। इस अगरबत्ती की चौड़ाई करीब साढ़े तीन फुट है और वजन 3,610 किलोग्राम है, जिसे गुजरात के वडोदरा से यहां लाया गया है। अगरबत्ती को तैयार करने के लिए गाय के गोबर, घी, सार, फूलों के अर्क और जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया गया। यह लगभग डेढ़ महीने तक जल सकती है।
भोग के लिए आगरा से आया 56 किस्म का प्रसिद्ध पेठा
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के सिलसिले में आगरा के एक प्रसिद्ध पेठा प्रतिष्ठान की ओर से श्री रामलला के भोग के लिए 56 किस्म का 560 किलोग्राम पेठा मंगलवार को यहां भेजा गया। मंगलवार को यहां जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जन सहभागिता की अपील पर समाज का प्रत्येक तबका अपने सामर्थ्य के अनुसार जुटा है। पेठे के अलावा अन्य स्थानों से रत्न जड़ित पोशाक, चांदी की थाल, पूजा सामग्री आदि भी श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को मिली है। आगरा व्यापार मंडल की ओर से लाया गया पंछी पेठा यहां कारसेवकपुरम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल, विश्व हिन्दू परिषद के राजेन्द्र सिंह पंकज आदि की उपस्थिति में स्वीकार किया गया।
कांग्रेस ने कभी राम मंदिर का विरोध नहीं किया:दिग्विजय सिंह
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराने के पीछे भाजपा, आरएसएस और विहिप की मंशा उस स्थान पर मंदिर बनाने की नहीं, बल्कि राजनीतिक लाभ के लिए इसे हिंदू-मुस्लिम मुद्दा बनाने की रही। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में दावा किया कि कांग्रेस ने कभी भी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का विरोध नहीं किया।
राम मंदिर का शिलान्यास तब किया गया जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे: पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर का ‘शिलान्यास’ तब किया गया था जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। पवार कर्नाटक के निपानी में एक सार्वजनिक बैठक में बोल रहे थे। अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलाला का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘राजीव गांधी के कार्यकाल में शिलान्यास (पहला पत्थर रखना) किया गया था, लेकिन आज भाजपा और आरएसएस की ओर से भगवान राम के नाम पर राजनीति की जा रही है।
गायिका चित्रा सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आईं
अयोध्या में 22 जनवरी को राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान लोगों से भगवान राम का नाम जपने की एक वीडियो अपील जारी करने पर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पार्श्वगायिका के.एस.चित्रा कुछ लोगों के निशाने पर आ गयी हैं। पिछले दो दिन से सोशल मीडिया मंचों पर एक वीडियो नजर आ रहा है जिसमें मशहूर गायिका चित्रा (60) ने सभी से (22 जनवरी को) प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान साढ़े 12 बजे ‘श्री राम, जय राम, जय जय राम’ जपने का आह्वान किया है। गायिका का यह वीडियो संदेश सोशल मीडिया पर एक वर्ग को पसंद नहीं आया जिसने इस आह्वान को लेकर उनकी कड़ी आलोचना की है।
आईपीएस अधिकारी ने सेवानिवृत्ति के बाद अयोध्या में राम तीर्थयात्रियों की सेवा करने का संकल्प लिया
दिल्ली में अर्धसैनिक बल में सेवारत एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने अयोध्या आने वाले तीर्थयात्रियों की सेवा करने और सेवानिवृत्ति के बाद पवित्र शहर में अच्छा-खासा समय बिताने का संकल्प लिया है। मध्य प्रदेश कैडर के 1994 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी राजा बाबू सिंह वर्तमान में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के मुख्यालय में महानिरीक्षक (प्रशिक्षण) के रूप में कार्यरत हैं। सिंह ने कहा, “मैंने सेवानिवृत्ति के बाद अयोध्या में काफी समय बिताने का फैसला किया है और (मैं) आने वाले तीर्थयात्रियों की सेवा करूंगा, प्रार्थना और ध्यान करूंगा तथा भगवान राम के रोज दर्शन करूंगा।