Medi Assist IPO: मेडिकल इंश्योरेंस और कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन सर्विसेज देने वाली मेडी असिस्ट के आईपीओ तीन दिन में 16 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ है। पहले दिन यह इश्यू पूरा नहीं भर पाया था लेकिन अब हर कैटेगरी के निवेशकों का हिस्सा ओवरसब्सक्राइब हो चुका है। हालांकि ग्रे मार्केट में स्थिति थोड़ी फीकी हुई है। इसके शेयर आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से 44 रुपये की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) से फिसलकर अब 27 रुपये की जीएमपी पर आ चुके हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स ही अधिक अहम होते हैं। इसके 1171.58 करोड़ रुपय के आईपीओ के लिए 397-418 रुपये का प्राइस बैंड है।
कैटेगरीवाइज सब्सक्रिप्शन की स्थिति
क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB)- 40.14 गुना
नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII)- 14.85 गुना
खुदरा निवेशक- 3.19 गुना
टोटल- 16.25 गुना
(सोर्स- बीएसई)
Medi Assist के शेयरों की कब होगी लिस्टिंग
मेडी असिस्ट के शेयरों का अलॉटमेंट 18 जनवरी को फाइनल होगा। अलॉटमेंट फाइनल होने के बाद रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम या बीएसई की साइट पर आईपीओ एप्लीकेशन का स्टेटस चेक कर सकेंगे कि शेयर अलॉट हुए हैं या नहीं और हुए हैं तो कितने शेयर मिले हैं। इसके बाद शेयरों की BSE और NSE पर 22 जनवरी को एंट्री हो सकती है। अब लिस्टिंग पर मुनाफे की बात करें तो ग्रे मार्केट के हिसाब से आईपीओ निवेशकों को 6 फीसदी से अधिक लिस्टिंग गेन मिल सकता है।
IPO के पैसौं का कैसे होगा इस्तेमाल
मेडी असिस्ट के आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी होगा और 5 रुपये की फेस वैल्यू वाले 2,80,28,168 शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री हो रही है। चूंकि यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का है तो इसका पैसा कंपनी को नहीं बल्कि जो शेयर बेच रहे हैं, उन्हें मिलेगा।
कंपनी के बारे में डिटेल्स
मेडी असिस्ट हॉस्पिटल्स के नेटवर्क के जरिए मेडिकल इंश्योरेंस और कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन ऑफर करती है। इसके अलावा यह जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों और उनके इंश्योर्ड मेंबर्स के बीच मध्यस्थता का काम करती है। यह इंश्योरेंस कंपनियों और हॉस्पिटल्स के साथ-साथ सरकार और पब्लिक हेल्थ स्कीम के लाभार्थियों के बीच मीडिएटर का काम करती है। मार्च 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसकी देश-विदेश के 36 इंश्योरेंस कंपनियों के साथ साझेदारी है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 38.01 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 63.47 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023 में 75.31 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। अब इस वित्त वर्ष की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2023 में कंपनी को 45.26 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।