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सूडान में युद्ध से प्रभावित लोगों के लिए, युद्धग्रस्त यूक्रेन से अनाज सहायता

सूडान में युद्ध से प्रभावित लोगों के लिए, युद्धग्रस्त यूक्रेन से अनाज सहायता

यूक्रेन की ओर से यह पहल, ‘यूक्रेन से अनाज’ नामक एक मानवतावादी घोषणा का हिस्सा है, जिसे राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने शुरू किया है. 

सूडान में परस्पर विरोधी सैन्य बलों के बीच पिछले 10 महीने से लड़ाई के कारण खाद्य असुरक्षा चरम स्तर पर है और आम परिवारों के लिए गुज़र-बसर करना बेहद कठिन हो गया है.

फ़िलहाल, सूडान में 1.8 करोड़ लोग खाद्य असुरक्षा से जूझ रहे हैं, जिनमें से लगभग 50 लाख लोगों के समक्ष आपात स्तर पर खाद्य अभाव की चुनौती है.

पिछले वर्ष अप्रैल में हिंसक टकराव शुरू होने के बाद से अब तक, यूएन एजेंसी ने क़रीब 70 लाख लोगों तक आपात भोजन व पोषण सहायता पहुँचाई है, मगर ज़रूरतों में लगातार वृद्धि हुई है.

मई का महीने में कृषि उपज का स्तर घटने का मौसम शुरू होता है, जिससे ठीक पहले यूएन एजेंसी ने भरपेट भोजन उपलब्ध ना होने और बदतरीन हालात होने की चेतावनी जारी की है. 

इन हालात में, यूएन खाद्य एजेंसी ज़रूरतमन्दों तक खाद्य सहायता पहुँचाने के लिए निरन्तर प्रयासरत है.

‘यूक्रेन से अनाज’

इस पहल के तहत रवाना की गई अनाज खेप, देश के तटीय शहर पोर्ट सूडान पहुँची है, जिसे फिर आपात खाद्य वितरण के लिए विश्व खाद्य कार्यक्रम के ट्रकों में लादा गया है.

यूएन एजेंसी के अनुसार, 7 हज़ार 600 टन अनाज, परिवारों तक पहुँचाया जाएगा, जिनमें से अनेक लोग लड़ाई के कारण अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हुए हैं और अपनी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने में संघर्ष कर रहे हैं.

सूडान के लिए WFP के देशीय निदेशक ऐडी रॉव ने बताया कि सूडान में विनाशकारी मानवीय स्थिति है, और उसे बेक़ाबू होने से रोकने के लिए अभी कार्रवाई करनी होगी.

उन्होंने बताया कि यूएन एजेंसी के कर्मचारी, ज़रूरतमन्द परिवारों के लिए जल्द से जल्द खाद्य सहायता सुनिश्चित करने में जुटे हैं. 

जर्मनी का समर्थन 

एक नाज़ुक दौर से गुज़र रहे सूडान में यह मदद अहम समय पर पहुँची है, जब देश में लड़ाई जारी है और मई महीने में कृषि उपज का स्तर घटने की आशंका है, जिसकी वजह से भोजन मिलना मुश्किल होता है और खाद्य अभाव की स्थिति बढ़ती है.

जर्मनी के विदेश मंत्रालय के समर्थन से यह सम्भव हो पाया है. अनाज की खेप यूक्रेन से सूडान पहुँचाने और वहाँ से देश भर में वितरण में डेढ़ करोड़ यूरो का ख़र्चा आया है.

यूएन एजेंसी ने बताया कि विश्व खाद्य कार्यक्रम के दानदाता देशों में जर्मनी दूसरे स्थान पर है और सूडान में जीवनरक्षक प्रयासों के लिए समर्थन प्रदान करता रहा है.

पिछले वर्ष, जर्मन सरकार ने सूडान में WFP के अभियान संचालन के लिए क़रीब तीन करोड़ यूरो मुहैया कराए थे, जिसे हिंसक टकराव की छाया में जीवन गुज़ा रहे लोगों तक खाद्य सहायता पहुँचाई गई.

यूएन खाद्य एजेंसी के प्रतिनिधि ने बताया कि इस दान के ज़रिये, WFP के लिए उन लोगों को समर्थन प्रदान करना सम्भव होगा, जिनके जीवन में युद्ध के कारण उथलपुथल मची है.

ऐडी रॉव ने ज़रूरत की इस घड़ी में सूडान के लोगों की मदद के लिए, यूक्रेन और जर्मनी की इस उदारतापूर्ण पहल के प्रति आभार व्यक्त किया है.

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