8 दिसम्बर के बाद यह दूसरी बार है जब विशेष दूत सीरिया की यात्रा पर हैं. उन्होंने राजधानी दमिश्क में पत्रकारों को बताया कि सीरिया में कार्यवाहक सत्ताधारियों समेत विभिन्न पक्षों से उनकी मुलाकात हुई है.
गेयर पैडरसन ने उम्मीद जताई है कि सीरिया में राजनैतिक बदलाव के इस दौर में अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन हासिल होगा.
“एक मज़बूत अन्तरराष्ट्रीय आम सहमति उभरी है कि नए सीरिया के लिए समर्थन की दरकार है. हमें राजनैतिक संक्रमणकाल को सफल होते देखने की आवश्यकता है. यह एक साझा मत है कि यह विफल नहीं हो सकता है.” विशेष दूत ने एक ऐसे समावेशी राजनैतिक बदलाव पर बल दिया, जिससे संविधान और निष्पक्ष चुनाव का मार्ग प्रशस्त हो सके.
गेयर पैडरसन ने कहा कि इस प्रक्रिया को सीरियाई नेतृत्व व स्वामित्व में आगे बढ़ाना होगा ताकि देश की सम्प्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता को बहाल किया जा सके और आम जनता की जायज़ आकाँक्षाओं को पूरा किया जाए.
“सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 के ये बुनियादी सिद्धान्त हैं. इस बार, सीरियाई लोगों को आगे बढ़कर स्वयं अगुवाई करनी होगी.”
यूएन विशेष दूत ने अपनी सीरिया यात्रा के दौरान, कई प्रमुख चुनौतियों की शिनाख़्त की है. इनमें विभिन्न सशस्त्र गुटों को एक राष्ट्रीय सेना के रूप में आकार देना, देश के पूर्वोत्तर में उपजी चुनौतियों से निपटना है, जहाँ तुर्कीये और इराक़ की सीमा पर परस्पर विरोधी गुटों के बीच लड़ाई हो रही है.
साथ ही, उन्होंने संक्रमणकालीन न्याय, आर्थिक पुनर्बहाली, पुनर्निर्माण, नागरिक संरक्षण के अलावा, सीरिया में इसराइल की मौजूदगी के प्रति सचेत रहने की बात कही है. ग़ौरतलब है कि इसराइली सेना ने क़ाबिज़ गोलान में अपने ठिकानों को मज़बूती दी है.
स्पष्ट संकल्प
विशेष दूत ने सीरिया में कार्यवाहक प्रशासन के प्रमुख अहमद अल-शरा और विदेश मंत्री शायबानी के साथ मुलाक़ात के दौरान हुई विस्तृत चर्चा का उल्लेख किया.
“मैं उन अनेक संकल्पों व सन्देशों का स्वागत करता हूँ, जिन्हें सीरियाई जनता और श्री शरा के साथ हमारी बैठकों में दिया गया है.” उनके अनुसार, अब सीरियाई जनता व अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को एक साथ मिलकर इन वादों को पूरा करना होगा.
गेयर पैडरसन ने बताया कि सीरिया में पिछले 14 वर्ष से जारी गृहयुद्ध और 54 वर्षों से वंशवादी शासन के परिणामस्वरूप, कार्यवाहक प्रशासन को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने बदले की भावना से किए जाने वाले हमलों से बचने का आग्रह किया और कहा कि सभी सीरियाई नागरिकों की रक्षा सुनिश्चित की जानी होगी.
कूटनैतिक हल
गेयर पैडरसन ने सीरिया में एकजुट, सीरियाई नेशनल आर्मी को तैयार करने पर बल दिया, जोकि स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है. सीरिया के पूर्वोत्तर में पसरी अशान्ति के मद्देनज़र, उन्होंने शान्तिपूर्ण व कूटनैतिक हल पर बल दिया है. उन्होंने कहा कि औपचारिक राष्ट्रीय संवाद प्रक्रिया अहम है, और इसे समावेशी बनाना होगा.
उनके अनुसार, संक्रमणकालीन न्याय एक अहम मुद्दा है और सीरियाई समाज में न्याय, जवाबदेही व मुआवज़े की पुकार को समर्थन दिया जाना होगा. देश में सतत शान्ति व सामाजिक जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए यह एक बुनियादी ज़रूरत है.
विशेष दूत ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से एक नए दृष्टिकोण को अपनाने का आग्रह करते हुए कहा कि एक नए सीरिया को उभरने देने के लिए, देश पर लगाई गई पाबन्दियों के प्रति रुख़ पर पुनर्विचार करना होगा.
उन्होंने भरोसा दिलाया कि सीरिया में राजनैतिक बदलाव के इस दौर में संयुक्त राष्ट्र, हरसम्भव समर्थन देने के लिए तैयार है.