कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया (Siddaramaiah) मंगलवार 19 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात करने दिल्ली आ रहे हैं। इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन (M K Stalin) ने भी पीएम मोदी से मुलाकात करने की इच्छा जताई है और सोमवार को लेटर लिखकर उनसे मिलने मांगा। दोनों मुख्यमंत्रियों का कहना है वह पीएम मोदी से मिलकर उनसे अपने राज्य के लिए मदद मांगंगे। सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा कि वह राज्य में सूखे की स्थिति और केंद्र से प्रदेश को मिलने वाली राहत पर चर्चा के लिए वह मोदी से मुलाकात करेंगे।
सिद्धरमैया ने मीडिया से बात करते हुए, “प्रधानमंत्री ने मुलाकात के लिए कल (मंगलवार) सुबह 11 बजे का समय मिला है। मैं उनसे मिलकर राज्य में सूखे की स्थिति पर चर्चा करूंगा। इसके अलावा कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में भी हिस्सा लूंगा। मैं लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी चर्चा करूंगा।”
वहीं तमिलनाडु सरकार ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि स्टालिन ने राज्य के दक्षिणी हिस्सों में बारिश और बाढ़ की स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। बयान में कहा गया है कि तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश और बाढ़, इससे होने वाले नुकसान और राहत और बचाव पहल पर चर्चा करने के लिए स्टालिन ने मोदी को पत्र लिखकर मंगलवार को उनसे मिलने का समय मांगा है।
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बयान में कहा गया कि चेन्नई और आसपास के जिलों में हाल की बारिश से हुए नुकसान से निपटने के लिए राज्य को केंद्र से राशि जल्द जारी करने पर भी चर्चा होनी है। राज्य के चार दक्षिणी जिले कन्याकुमारी, थूथुकुडी, तेनकासी और तिरुनेलवेली भारी बारिश से प्रभावित हुए हैं।
वहीं कर्नाटक सरकार के बयान के मुताबिक सिद्धारमैया के अभी वापस आने का कार्यक्रम तय नहीं है। सरकार ने 236 तालुका में से 223 तालुका को सूखाग्रस्त घोषित किया है। सिद्धारमैय सरकार का आरोप है कि बार-बार अनुरोध करने और केंद्रीय अधिकारियों के राज्य के विभिन्न बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा और निरीक्षण किए जाने के बाद केंद्र ने अभी तक राज्य सूखा राहत राशि जारी नहीं किया है।