ECOSOC की युवा फ़ोरम, युवजन के लिए एक ऐसा प्लैटफॉर्म है, जहाँ वे अपने जीवन व कल्याण को प्रभावित करने वाली चुनौतियों के सम्बन्ध में राजनयिकों के साथ चर्चा कर सकते हैं.
इस बैठक में होने वाली चर्चा मुख्यत: पाँच विषयों पर केन्द्रित होगी: निर्धनता का अन्त; शून्य भूख; जलवायु कार्रवाई; शान्ति, न्याय व मज़बूत संस्थाएँ; लक्ष्यों को साकार करने के लिए साझेदारियाँ.
इसके बाद, जुलाई महीने में यूएन आर्थिक एवं सामाजिक परिषद की उच्चस्तरीय राजनैतिक फ़ोरम में इन मुद्दों की समीक्षा की जाएगी.
परिषद की अध्यक्ष पाउला नरवाएज़ ने अपने सम्बोधन में विश्व भर से जुटे युवजन में अपना विश्वास जताया, जिनका उत्साह और संकल्प एक बेहतर व समावेशी विश्व के निर्माण के लिए अहम है.
“आपके आदर्श, मानव समाज के लिए संगीत हैं, जो उम्मीद नहीं त्याग रहा है. आशा, कि बेहतर दिन आएंगे.”
निर्धनता की चुनौती
ECOSOC अध्यक्ष ने सचेत किया कि निर्धनता के विरुद्ध वैश्विक लड़ाई, मुश्किल होती जा रही है और केवल एक तिहाई देश ही 2030 की समयसीयमा के अनुरूप निर्धनों की संख्या में कमी लाने के रास्ते पर हैं.
आज विश्व आबादी का सात प्रतिशत, यानि 57 करोड़ लोग अत्यधिक निर्धनता में जीवन गुज़ार रहे हैं और इनमें युवाओं की एक बड़ी संख्या है.
उन्होंने कहा कि निर्धनता के कारण युवाओं के विकास की सम्भावनाएँ सीमित हो जाती हैं और फिर यह चक्र निरन्तर बढ़ता रहता है.
इसके मद्देनज़र, उन्होंने युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए कार्रवाई की पुकार लगाई और कहा कि सार्वजनिक निर्णय निर्धारण प्रक्रिया में उनकी भागीदारी बढ़ाई जानी अहम है.
युवजन की ऊर्जा व लगन
यूएन के शीर्षतम अधिकारी एंतोनियो गुटेरेश ने अपने सम्बोधन में कहा कि युवजन की ऊर्जा और उनकी लगन संक्रामक है और पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है.
महासचिव गुटेरेश ने 7 अक्टूबर को इसराइल पर हमास के हमलों और उसके बाद ग़ाज़ा में इसराइली कार्रवाई का उल्लेख करते हुए, तुरन्त मानवीय आधार पर युद्धविराम लागू करने और सभी बंधंकों को रिहा किए जाने की अपील की. साथ ही, ग़ाज़ा पट्टी में ज़रूरतमन्दों के लिए निर्बाध मानवीय सहायता सुनिश्चित की जानी होगी.
यूएन प्रमुख के अनुसार, चुनौतियों, त्रासदियों और अन्यायों से उबल रही दुनिया में युवाओं का आगे बढ़कर मज़बूती से खड़ा होना, अपनी आवाज़ उठाना और वास्तविक बदलाव के लिए प्रयास करना सराहनीय है.
“हमें आपकी ज़रूरत है. और मैं युवजन को राजनैतिक निर्णय निर्धारण में लाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हूँ. ना केवल आपके विचारों को सुनना, बल्कि उन पर काम करना.”
जलवायु कार्रवाई में भूमिका
उन्होंने बताया कि यूएन में एक नए युवजन कार्यालय को स्थापित किया गया है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सितम्बर में भविष्य की शिखर बैठक में उनकी मज़बूत भूमिका हो.
यूएन प्रमुख ने निडर जलवायु कार्रवाई के अग्रिम मोर्चे पर डटे युवाओं की सराहना की, और देशों की सरकारों से मज़बूत नीतियाँ अपनाने का आग्रह किया ताकि जलवायु संकट से निपटा जा सके.
इनमें जीवाश्म ईंधन से स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में बढ़ना, वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लिए राष्ट्रीय जलवायु योजनाओं को तैयार करना है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए यह ज़रूरी है कि युवाओं को कार्रवाई में अर्थपूर्ण ढंग से शामिल किया जाए. नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाने के लिए आगे बढ़ा जाना चाहिए और यह प्रक्रिया टिकाऊ होनी चाहिए.