सनातन धर्म के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वाले तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बेंगलुरु की कोर्ट ने उदयनिधि स्टालिन को सनातन पर दिए विवादित बयान के मामले में पेशी के लिए नेटिस जारी किया है। बता दें कि बीते साल उदयनिधि ने एक कार्यक्रम में सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी। उन्होंने इसे समाप्त करने की भी अपील की थी। इसके बाद देश में उदयनिधि की आलोचना की गई थी और उनपर मुकदमे दर्ज हुए थे।
इस तारीख को पेशी
बेंगलुरु की 42वीं एसीएम कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन को उनकी उस टिप्पणी पर 4 मार्च को पेश होने के लिए बुलाया है जिसमें उन्होंने कथित तौर पर सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी। इसके साथ ही कोर्ट की ओर से संबधित कार्यक्रम का आयोजन करने वाले लोगों को भी समन जारी किया गया है।
पढ़ें उदयनिधि स्टालिन ने क्या कहा था
DMK नेता ने अपने बयान में कहा था कि सनातन नाम संस्कृत से लिया गया है, जो सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। उन्होंने कहा था,‘हम कोरोना, डेंगू और मच्छरों का विरोध नहीं कर सकते। हमें इन्हें खत्म करना होगा और इसी तरह सनातन को भी खत्म करना होगा।’ उदयनिधि के बयानों के कारण पूरे देश में हंगामा खड़ा हो गया था। उन पर कई राज्यों में केस दर्ज किए गए थे।
टिप्पणी में कुछ भी गलत नहीं था- उदयनिधि
उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में कहा था कि सितंबर में सनातन धर्म पर उनके द्वारा की गई टिप्पणी में कुछ भी गलत नहीं था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “मैंने जो कहा, उसमें कुछ भी गलत नहीं था। हम कानूनी रूप से मामले का सामना करेंगे। मैं अपना रुख नहीं बदलूंगा। मैंने केवल अपनी विचारधारा के बारे में बात की है।
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