HDFC Bank में HDFC Ltd का विलय हो गया है। विलय के बाद एचडीएफसी बैंक की लोन ग्रोथ को देखते हुए बैंक को फंड जुटाने की जरूरत है। एचडीएफसी बैंक के एमडी और सीईओ शशिधर जगदीशन ने यह बात कही है। गोल्डमैन सैक्स की तरफ से आयोजित एक इनवेस्टर कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि बैंक के बॉन्ड्स मैच्योर हो रहे हैं। इसलिए बैंक को डिपॉजिट जुटाने पर फोकस करना होगा। एक ही रात में डिपॉजिट ग्रोथ लोन ग्रोथ जितनी नहीं हो सकती, लेकिन इसमें इजाफा हो सकता है।
फाइनेंशियल स्टैबिलिटी बनाए रखने पर फोकस
उन्होंने कहा कि हमने लोन में उम्मीद से पहले अच्छी ग्रोथ देखी है। इसलिए हमें टिकाउ फंडिंग की जरूरत है, जिससे बॉन्ड की मैच्योरिटी को देखते हुए हमें पैसे की कमी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि बैंक ने फाइनेंशियल स्टैबिलिटी को बनाए रखने का लक्ष्य तय किया है। प्रॉफिटेबल ग्रोथ पर बैंक का फोकस बना रहेगा।
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कुल लोन में एचडीएफसी बैंक की करीब 14-15 फीसदी हिस्सेदारी
एचडीएफसी बैंक की लोन में करीब 14-15 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि डिपॉजिट में 11-12 फीसदी हिस्सेदारी है। विलय के बाद एचडीएफसी बैंक की लोन बुक काफी बड़ी हो गई। इसमें एचडीएफसी के होम लोन की बड़ी हिस्सेदारी रही। इसके मुकाबले बैंक की डिपॉजिट बुक छोटी है। इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एचडीएफसी बैंक का लोन-टू-डिपॉजिट रेशियो 110 फीसदी पहुंच गया। विलय से पहले यह 85 फीसदी था।
डिपॉजिट नहीं बढ़ने पर ग्रोथ पर पड़ सकता है असर
एनालिस्ट्स का कहना है कि एचडीएफसी बैंक को अपनी डिपॉजिट ग्रोथ बढ़ानी पड़ेगी क्योंकि ज्यादा एलडीआर के चलते आने वाले दिनों में लोन ग्रोथ पर असर पड़ सकता है। जगदीशन ने यह भी कहा कि इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही को बैंक की फ्यूचर ग्रोथ का संकेत नहीं माना जा सकता। इनवेस्टर्स को धैर्य रखना होगा और इस पर नजर रखनी होगी कि बैंक आने वाली तिमाहियों पर किस तरह डिपॉजिट बढ़ाता है।
एचडीएफसी बैंक के शेयरों में उछाल
HDFC Bank के शेयरों में 20 फरवरी को करीब 12:26 बजे 2 फीसदी का उछाल देखने को मिला। इसकी कीमत 1,445 रुपये थी। पिछले 6 महीनों में बैंक का शेयर 9 फीसदी से ज्यादा गिरा है।