देश की प्रमुख तेल उत्पादक कंपनी ओएनजीसी (ONGC) और सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी (NTPC) ने ऑफशोर विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए ज्वाइंट वेंचर बनाया है। इसके जरिये दोनों कंपनियों का इरादा रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ाना है। इंडिया एनर्जी वीक के दौरान दोनों कंपनियों के बीच इस समझौते पर हस्ताक्षर हुए।
इस सिलसिले में ऑयल एंड नेचुरल गैस (ONGC) की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, ‘इस ज्वाइंट वेंचर का मकसद भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिन्यूएबल एनर्जी से जुड़े प्रोजेक्ट्स को लेकर मिलकर काम करना है। यह समझौता खास तौर पर ऑफशोर विंड प्रोजेक्ट्स से जुड़ा है और इससे स्टोरेज, ई-मोबिलिटी, कार्बन क्रेडिट, ग्रीन क्रेडिट, ग्रीन हाइड्रोजन बिजनेस में भी अवसरों की तलाश की जाएगी।’
इस ज्वाइंट वेंचर पर NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (NGEL) के CEO मोहित भार्गव और ONGC के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर सतीश कुमार द्विवेदी ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर ONGC के चेयरमैन और CEO अरुण कुमार सिंह और NTPC लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गुरदीप सिंह भी मौजूद थे। ONGC को अपने गैस बिजनेस और क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स से जुड़ी नई यूनिट सेट अप करने के लिए दिसंबर में मंजूरी मिल गई थी। दरअसल, कंपनी नए क्षेत्रों में एंट्री करना चाहती है।
ONGC ने अपनी सब्सिडियरी कंपनी ONGC ग्रीन लिमिटेड बनाई है। देश की सबसे बड़ी ऑयल एंड गैस कंपनी की योजना 10 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता विकसित करने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये खर्च करने की है।