बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत और अफगानिस्तान के बीच खेले गए तीसरे टी20 मैच में 40 ओवरों का खेल होने के बाद कुल 424 रन तो बने लेकिन मैच का परिणाम सुपर ओवर में जाकर हासिल हो सका। अफगानिस्तान टीम ने भी इस मैच में लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के स्कोर की बराबरी तो की लेकिन जीत के जरूरी एक और रन नहीं बना सके। इसके बाद सुपर ओवर में अफगानिस्तान ने 16 रन बनाए तो वहीं भारतीय टीम भी इतने ही रन 6 गेंदों में बनाने में कामयाब हो सकी। अब मैच दोबरा टाई होने पर फिर से सुपर ओवर कराने का फैसला लिया गया जिसमें भारत ने पहले खेला और कुल 11 रन बनाए लेकिन इस बार अफगानिस्तान टीम सिर्फ 1 रन ही बनाने में कामयाब हो सकी जिसमें भारत की तरफ से गेंदबाजी करने आए लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने 2 विकेट हासिल करने के साथ मैच को खत्म कर दिया। वहीं इस मुकाबले के बाद हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कप्तान रोहित शर्मा के इस फैसले की तारीफ की।
रोहित ने हालात को देखते हुए लिया सही फैसला
अफगानिस्तान के खिलाफ तीसरे मैच के बाद प्रेस वार्ता में जब राहुल द्रविड़ से रोहित शर्मा के रवि बिश्नोई को सुपर ओवर में गेंदबाजी देने के फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि रोहित अपनी सोच के साथ आगे बढ़े। ऐसे स्थिति में एक स्पिनर आपके लिए 2 विकेट निकाल सकता है और ये काफी बढ़िया फैसला था। ये एक ऐसा मैच था जहां 11 रन कोई बहुत बड़ा स्कोर नहीं था जब आपको ये पता हो कि उनको 6 गेंदों में इसे बनाना है और वह इसमें माहिर भी हैं। आपको उन्हें रोकने के लिए 2 विकेट हासिल करने ही होंगे। उसे 2 छक्के भी लग सकते थे, लेकिन मुझे लगता है कि बिश्नोई ने शानदार किया क्योंकि उसने 2 शानदार गेंदें फेंकी जिसमें उन्होंने गेंद की लेंथ को थोड़ा खींचा भी। यदि आप लेंथ थोड़ा सा भी ऊपर की तरफ करते हैं तो बल्लेबाज के लिए हिट मारना आसान हो जाता है वह भी ऐसे छोटे ग्राउंड पर। रोहित ने बिल्कुल सही फैसला लिया क्योंकि बचने की जगह विकेट लेना एक बेहतर विकल्प होता है।
मुझे कप्तान ने पहले ही बता दिया था
रवि बिश्नोई ने भी सुपर ओवर में गेंदबाजी करने के अपने अनुभव को लेकर मैच के बाद कहा कि उस समय दबाव था आपकी हार्टबीट भी ऐसी स्थिति में तेज चलती है, लेकिन मुझे विश्वास था कि मैं इस काम को पूरा करने में कामयाब रहूंगा। मुझे कप्तान ने पहले ही बता दिया था कि मैं इस सुपर ओवर में गेंदबाजी करूंगा। मैं ये बात जानता था कि यदि मैं सही लेंथ पर गेंदबाजी करूंगा तो उनके मुझे बैकफुट से शॉट मारना आसान नहीं होने वाला है। इस बात की मुझे खुशी है कि मैं सुपर ओवर में टारगेट को डिफेंड करने में कामयाब रहा।
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