Ram Mandir Inauguration: अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Prana Pratishtha) में अब बस कुछ ही हफ्ते बाकी हैं। ऐसे में पुलिस और प्रशासन के ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी है। इसी को देखते हुए लखनऊ के ज्वाइंट कमिश्नर ने गुरुवार को एक हाई लेवल मीटिंग की। इस बैठक में अधिकारियों के बीच 22 जनवरी के लिए वैकल्पिक रास्तों (Alternativ Routes) और सुरक्षा इंतजाम (Security) को लेकर चर्चा हुई। अधिकारियों ने अयोध्या जाने वाले रास्तों को सुगम बनाने पर विचार-विमर्श किया है।
लखनऊ के ज्वाइंट कमिश्नर उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने कहा, “वर्तमान में, लोग कामता से चिनहट मटियारी होते हुए बाराबंकी के रास्ते अयोध्या जाते हैं। हालांकि, वैकल्पिक सुल्तानपुर रूट का इस्तेमाल कम हो रहा है। इसलिए, इन वैकल्पिक रास्तों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।”
इस बीच पुलिस इतने बड़े आयोजन को ध्यान में रखते हुए, सुरक्षा और पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी है।
22 जनवरी को अभिषेक के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो, इसके लिए लखनऊ पुलिस ने अयोध्या के लिए दो वैकल्पिक रास्तों की पहचान की है। वर्तमान मुख्य रास्ते की जगह पर दो वैकल्पिक मार्गों की पहचान की गई है, जिन्हें गूगल मैप (Google Map) में जोड़ा जाएगा, ताकि लोगों को आवागमन में आसानी हो।
पुलिस ने अपने प्रेस नोट में कहा, “अधिकारी विकल्प के तौर पर दो और रास्ते विकसित करेंगे। दोनों रास्तों को वैकल्पिक मार्ग के रूप में विकसित करने के लिए गूगल के अधिकारियों से बातचीत की जाएगी और इन दोनों रास्तों को Google Map में अंकित किया जाएगा, ताकि जब मैप पर अयोध्या का रास्ता खोजा जाए, तो इन दोनों रूट को भी प्राथमिकता दी जाए।”
इसमें बताया गया, “इसके लिए दो रास्ते चुने गए: पहला रास्ता- शहीद पथ से अहिमामऊ उतरकर सुल्तानपुर रोड होते हुए, ये रास्ता सीधे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के जरिए अयोध्या जाएगा। दूसरा रूट: अहिमामऊ से उतरकर सुल्तानपुर रोड होते हुए किसान पथ से इंदिरा नहर होते हुए, बाराबंकी जाने वाला रूट। बाराबंकी के अलावा अयोध्या भी जा सकते हैं।”
कमिश्नर ने अधिकारियों से ये भी कहा कि अहिमामऊ से पहले शहीद पथ पर ‘अयोध्या मार्ग के लिए दाएं मुड़ें’ जैसे साइन बोर्ड भी लगाए जाएं। रूट पर यातायात और PRV ड्यूटी बढ़ाई जाए और पुलिस हेडक्वार्टर से अतिरिक्त PVR की मांग कर तैनात की जाए।