यूएनडीपी प्रशासक एखिम स्टाइनर ने महासचिव एंतोनियो गुटेरेश की ओर से इस सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि यूएन व उसके साझेदार संगठन, ज़रूरतमन्दों तक महत्वपूर्ण मानवीय सहायता पहुँचाने में जुटे हैं.
इस क्रम में, अग्रिम मोर्चों पर मौजूद समुदायों पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है, मगर विशाल स्तर पर पनपी आवश्यकताओं के बावजूद, मानवीय राहत के लिए सहायता धनराशि में गिरावट आने से चिन्ता बढ़ रही है.
स्कूलों, अस्पतालों, ऊर्जा व जल प्रणालियों समेत देश के बुनियादी ढाँचे को, रूसी सैन्य बलों द्वारा निशाना बनाया जाना जारी है, और इसलिए यूक्रेन को पहले से कहीं अधिक समर्थन प्रदान करने पर बल दिया गया है.
बताया गया है कि क़रीब 24 यूएन संस्थाएँ और तीन हज़ार कर्मचारी, यूक्रेन में सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं.
इसके साथ-साथ, पुनर्बहाली, पुनर्निर्माण और विकास का मार्ग प्रशस्त किए जाने की भी आवश्यकता है.
अरबों डॉलर का निवेश
वर्ष 2023 के अन्त तक, यूएन ने यूक्रेन को मौजूदा स्थिति से उबारने और विकास के लिए 1.1 अरब डॉलर का निवेश किया है, और इस वर्ष के अन्त तक 1 अरब डॉलर का अतिरिक्त निवेश किए जाने की सम्भावना है.
यूएन की रैज़ीडेंट कोऑर्डिनेटर द्वारा मुख्य रूप से चार अहम क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है: व्यवसायों और उद्यमियों के लिए समर्थन, मानव विकास में निवेश, पुनर्बहाली योजना के लिए एक व्यापक मॉडल, और सरकार के लिए तकनीकी सहायता.
यूएन विकास कार्यक्रम प्रमुख ने ज़ोर देकर कहा कि इस युद्ध का एकमात्र सतत समाधान, यूएन चार्टर व अन्तरराष्ट्रीय क़ानून की बुनियाद में स्थापित स्थाई व व्यापक शान्ति है.
शिक्षा के लिए समर्थन
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की क्षेत्रीय निदेशक रेजिना डे डोमिनिसिस ने अपने एक वक्तव्य में कहा कि यूक्रेन को उबारना, युद्ध के दंश से मुक्त होकर बच्चों की पढ़ाई सुनिश्चित करने पर निर्भर करता है.
“यूक्रेन में युद्ध, देश का महानतम संसाधन बर्बाद कर रहा है – यहाँ के लोग. निवेश में वृद्धि और सतत रक़म के बिना, बच्चों और युवजन के लिए स्कूल पहुँचना व प्रशिक्षण अवसर पाना सुलभ नहीं होगा, जोकि बच्चों, परिवारों और उनके समुदायों को उबारने के लिए बहुत ज़रूरी है.”
फ़रवरी 2022 में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण से पहले ही, कोविड-19 के कारण स्कूली शिक्षा में व्यवधान दर्ज किया गया था.
40 लाख यूक्रेनी बच्चों की शिक्षा अब भी प्रभावित है और क़रीब छह लाख बच्चों के लिए व्यक्तिगत तौर पर स्कूलों में उपस्थित होकर पढ़ाई सम्भव नहीं है.
हरित पुनर्बहाली पर बल
योरोपीय क्षेत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक आयोग (UNECE), आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (OECD), और यूएन पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने बुधवार को एक नया प्लैटफ़ॉर्म स्थापित किए जाने की घोषणा की है.
Platform for Action on the Green Recovery of Ukraine नामक इस मंच का उद्देश्य, अन्तरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप यूक्रेन को एक निम्न-कार्बन अर्थव्यवस्था की ओर ले जाना है.
यूक्रेन के मुद्दे पर आगामी सप्ताहांत, स्विट्ज़रलैंड में एक और उच्चस्तरीय सम्मेलन बुलाया गया है, जिससे पहले यह घोषणा की गई है. ‘बर्गेनस्टॉक सम्मेलन’ में क़रीब 90 देशों व संगठनों के हिस्सा लेने की सम्भावना है.
इस बीच, यूएन व अन्य साझेदार संगठन, युद्ध के मोर्चे पर अनेक गाँवों में लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने के प्रयासों में सरकारी एजेंसियों की मदद कर रहे हैं.
यूएन शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने बताया कि अधिकाँश लोग बेहद सम्वेदनशील हालत में हैं और उनके लिए अपने आप किसी सुरक्षित स्थान पर पहुँच पाना सम्भव नहीं था.
ख़ारकीव में विकट हालात
वहीं, ख़ारकीव में नए सिरे से रूसी सैन्य बलों की बमबारी के कारण हर 10 में से क़रीब एक व्यक्ति ने अपना घर खो दिया है.
योरोप के लिए यूएन आयोग के अनुसार, यूक्रेन के पूर्वोत्तर क्षेत्र में विशाल पुनर्निर्माण ज़रूरते हैं, जहाँ 13 लाख लोगों में से क़रीब डेढ़ लाख लोग बिना घर के रह रहे हैं.
स्थानीय प्रशासन के आँकड़े दर्शाते हैं कि फ़रवरी 2022 में पूर्ण स्तर पर रूसी सैन्य बलों का आक्रमण होने के बाद से अब तक, क़रीब 9 हज़ार घर ध्वस्त हो गए हैं. इसके अलावा, 110 नर्सरी और शहर के आधे स्कूलों को भी नुक़सान पहुँचा है.
ख़ारकीव में बिजली व्यवस्था को भी भीषण क्षति पहुँची है और 88 मेडिकल केन्द्रों व 185 सार्वजनिक इमारतों में आपूर्ति प्रभावित हुई है.