मनोज तिवारी की बेटी रीति तिवारी शनिवार को भाजपा में शामिल हो गईं। अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए रीति अब राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएंगी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैंने कबी नहीं सोचा था कि मैं इतनी जल्दी राजनीति में आ जाऊंगी। शायद भगवान की यही योजना थी। राजनीति में शामिल होना मेरे लिए 10-15 साल के बाद का प्लान था। लेकिन भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जरूर मुझमें कुछ देखा होगा। तभी ये फैसला लिया गया है। मैं किसी को भी निराश नहीं करूंगी।
पिता के साथ चुनाव प्रचार में हुईं शामिल
रीति एक एनजीओ में काम करती हैं और वह एक गायिका और गीतकार भी हैं। शनिवार को मनोज तिवारी के चुनाव प्रचार का पहला दिन था। जिसमें रीति शामिल हुईं और उन्होंने एक इंस्टाग्राम पर इस दौरान की स्टोरी भी शेयर की। रीति मनोज तिवारी की पहली पत्नी रानी तिवारी की बेटी हैं। शादी के 11 साल बाद 2011 में मनोज और रानी अलग हो गए। 2020 में मनोज तिवारी सुरभि के साथ दूसरी बार शादी के बंधन में बंधे। सांसद और सुरभि के दो बच्चें हैं।
पिता के साथ चुनाव प्रचार में शामिल रीति तिवारी
भोजपुरी फिल्म स्टार मनोज तिवारी 2009 में राजनीति में शामिल हुए। उस वक्त उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था। वह अपना पहला चुनाव योगी आदित्यनाथ से हार गए थे। साल 2014 में, मनोज तिवारी भाजपा में शामिल हो गए और उत्तर पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा। जैसे ही उन्होंने आम आदमी पार्टी के आनंद कुमार को हराया और सांसद बने। उत्तर पूर्वी दिल्ली पर उनका प्रभाव इतना मजबूत हो गया कि पांच साल बाद उन्होंने इस सीट से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 3.66 लाख वोटों के अंतर से हराया। इस साल वह कांग्रेस के कन्हैया कुमार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। दिल्ली में लोकसभा चुनाव 25 मई को एक ही चरण में होगा। मतगणना 4 जून को होगी।
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