भविष्य की शिखर बैठक, 22 से 23 सितम्बर तक, यूएन महासभा के 79वें सत्र की उच्चस्तरीय जनरल डिबेट से ठीक पहले, यूएन मुख्यालय में महासभागार में आयोजित हो रही है.
यूएन महासभा के अध्यक्ष फ़िलेमॉन यैंग ने पिछले कुछ दिनों के दौरान सदस्य देशों के साथ मुलाक़ातें और परामर्श करके, शनिवार को “भविष्य के लिए सहमति-पत्र” (Pact for the Future) इस विश्व पंचायत के सामने पेश किया है. यह जानकारी उनकी प्रवक्ता शेरॉन बर्च ने दी है.
प्रवक्ता ने बताया कि फ़िलेमॉन यैंग ने सदस्य देशों से रविवार 22 सितम्बर को भविष्य-सम्मेलन के पहले दिन, इस सहमति-पत्र को सर्वसम्मति से पारित कराने में समर्थन देने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा, “वो पल, हर जगह, हर किसी के लिए, एक बेहतर भविष्य के प्रति अपना संकल्प फिर से पक्का करने का एक ऐतिहासिक अवसर होगा.”
भविष्य का रास्ता
यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने डिजिटल खाइयों को पाटने पर केन्द्रित मसौदे और भविष्य के लिए घोषणा-पत्र पर, शनिवार को चर्चा की.
उन्होंने कहा कि ग्लोबल डिजिटल कॉम्पैक्ट को, डिजिटल विभाजन को पाटने के लिए एक ब्लूप्रिंट बनाना होगा, और ये कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर प्रथम सार्वभौमिक सहमति-पत्र भी होगा. इसमें संयुक्त राष्ट्र में केन्रित एक वैश्विक मंच के लिए, आधारशिलाएँ भी रखी जाएंगी.
यूएन प्रमुख ने कहा कि भविष्य की पीढ़ियों पर घोषणा-पत्र, विश्व नेताओं को, भविष्य की ख़ातिर आज लेने वाले निर्णयों के लिए जवाबदेह ठहराए. साथ ही लैंगिक समानता और मानवाधिकार, इन तमाम मसौदों के हर पहलू में शामिल होने चाहिए, जो इस तथ्य को दर्शाएँ कि वो जीवन के हर क्षेत्र से लिए बहुत अहम हैं.
एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, “इन मसौदों के केन्द्र में जो मुद्दे प्रमुख हैं वो हैं – न्याय, अधिकार, शान्ति र समानता – जिन्होंने दशकों तक मेरे कामकाज को स्फूर्ति दी है और मुझे आगे बढ़ाया है.”
“यही बात आप में से अनेक के लिए भी सही है. मैं हार नहीं मानूंगा, और मैं जानता हूँ कि आप भी हार नहीं मानेंगे. इन मसौदों को पारित करने भर से यात्रा समाप्त नहीं हो जाएगी. ये केवल शुरुआत का आख़िरी पड़ाव होगा.”