अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर तैयारियां जोर-शोर से जारी है। 22 जनवरी की तारीख को मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके साथ ही करोड़ों भक्तों के सैकड़ों साल का इंतजार खत्म हो जाएगा। 22 तारीख को अयोध्या में पीएम मोदी समेत देशभर के तमाम दिग्गज नेता, अभिनेता, उद्योगपति, खिलाड़ी और साधु संत पहुंचने वाले हैं। इसे लेकर यूपी एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) के जवान चप्पे-चप्पे पर फैले हुए हैं।
360-डिग्री सुरक्षा कवरेज
राम मंदिर के उद्घाटन से पहले ही अयोध्या को फुलप्रूफ सुरक्षा घेरे से मजबूत किया जा रहा है। यूपी पुलिस शहर में 360-डिग्री सुरक्षा कवरेज देने की तैयारी कर रही है। शहर की सुरक्षा के लिए AI पर आधारित ड्रोन भी तैनात किए गए हैं। एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) के जवान बाइक आदि पर सवार होकर भी शहर की पहरेदारी कर रहे हैं।
जानें यूपी एटीएस के बारे में
जानकारी के मुताबिक, यूपी सरकार ने साल 2007 में एंटी-टेरर स्क्वाड की स्थापना की थी। इस बल का स्थापना का मकसद राज्य में आतंकी गतिविधियों से निपटने का था। ATS यूपी पुलिस की स्पेशल यूनिट की तरह काम करता है और इसका मुख्यालय राजधानी लखनऊ में स्थित है। आतंकी गतिविधियों की आशंका, VVIP मूवमेंट या कई बार अपराधी-माफिया पर कार्रवाई के लिए यूपी एटीएस की सहायता ली जाती है।
कैसे मिलती है ट्रेनिंग?
जानकारी के मुताबिक, यूपी पुलिस के जवानों का टेस्ट लेकर उन्हें एटीएस की ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। ट्रेनिंग में इन जवानों को मार्शल आर्ट्स, आधुनिक हथियार चलाना, उबड़-खाबड़ जमीन पर कूदना, टारगेट शूटिंग आदि की ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग में ये चीजें भी सिखाईं जाती हैं कि अगर जवान के पास हथियार न हो और उसपर हमला हो तो कैसे निबटा जाए।