अररियाः बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर हैं। बीजेपी, जेडीयू, आरजेडी और चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी ने कई नेताओं के टिकट भी काटे तो कुछ नए लोगों को चुनाव लड़ने का मौका भी दिया। टिकट कटने के बाद सांसद, पूर्व सांसद और अन्य नेताओं को तकलीफ भी हुई। कुछ ने तो दर्द को छिपा लिया लेकिन कुछ की पीड़ा सार्वजनिक हो गई। इन्हीं में से एक पूर्व सांसद सरफराज आलम हैं जो अररिया में पब्लिक के सामने ही मंच पर फूट-फूट कर रोने लगे। जिसके बाद समर्थकों ने उनके आंसू पोछे और सांत्वना दी।
समर्थकों के सामने रोने लगे सरफराज आलम
मिली जानकारी के अनुसार, अररिया से आरजेडी से टिकट कटने पर पूर्व सांसद सरफराज आलम भावुक हो उठे और मंच पर रोने लगे। पूर्व सांसद सरफराज आलम का रोने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।सरफराज आलम अपने समर्थकों के साथ शुक्रवार को मीटिंग कर रहे थे। समर्थकों को संबोधित करने के दौरान वे भावुक हो उठे और अपने पिता एवं पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री तस्लीमुद्दीन को याद करते हुए रो पड़े।
सरफराज के छोटे भाई शाहनवाज को आरजेडी ने दिया है टिकट
आरजेडी ने सरफराज आलम के बदले उनके छोटे भाई शाहनवाज आलम को टिकट दिया है। इसके बाद उन्होंने समर्थकों के साथ बैठक की और जमकर आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव और तेजस्वी यादव पर अपना भड़ास निकाला। उन्होंने खुद को तस्लीमुद्दीन का उत्तराधिकारी बताया। उन्होंने कहा कि बिहार खासकर सीमांचल का मुसलमान राजद का बंधुआ मजदूर नहीं है। राजद ने मुसलमानो का हमेशा वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है।
लालू परिवार पर साधा जमकर निशाना
पूर्व सांसद सरफराज आलम की तरफ से ईद मिलन के साथ कार्यकर्ता समारोह का आयोजन किया गया था। मौके पर जिला भर से आए सरफराज समर्थक ने अपने संबोधन में तेजस्वी और लालू यादव पर टिकट बेचने का आरोप लगाया। पूर्व सांसद सरफराज आलम ने कहा कि वर्तमान राजद प्रत्याशी अनुकंपा वाले नेता हैं। उन्होंने कहा की सरफराज आलम सीमांचल गांधी तस्लीमउद्दीन का पुत्र है जिसके डीएनए में चापलूसी और जी हजूरी नहीं है। उन्होंने कहा तेजस्वी यादव के हिटलरशाही को सीमांचल के मुसलमान बर्दास्त नही करेंगे। पूरे बिहार में सिर्फ अपने परिवार को टिकट दिया बाकी जगहों पर टिकट बेचने का काम किया है।
चुनाव लड़ने के लिए समर्थकों की राय
सरफराज आलम ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे साथ राजद ने सिर्फ धोखा ही नहीं दिया बल्कि पीठ में छुरा घोपने का काम किया है। सरफराज ने कहा राजद ईडी और सीबीआई के भय से भाजपा की बी टीम बनकर काम कर रही है। सरफराज आलम ने कहा मेरे लहजे में जी हजूरी नही है, इससे ज्यादा मेरा कुसूर क्या था। उन्होंने कहा जमीर बेचकर मैं राजनीति नहीं करता। उन्होंने समर्थकों के साथ सीधा संवाद स्थापित कर लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर राय ली।
रिपोर्ट- अरुण कुमार
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