कारोबारी समूह शापूरजी पालोनजी (SP) ग्रुप ने 14,300 करोड़ रुपये के कर्ज के भुगतान के लिए और समय मांगा है। ग्रुप ने पिछले साल जून में यह कर्ज लिया था। मनीकंट्रोल के पास उपलब्ध दस्तावेजों के मुताबिक, समूह ने रुपये वाले जीरो कूपन नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCDs) के जरिये एसपी ग्रुप की इकई गोस्वामी इंफ्राटेक से यह कर्ज लिया था।
ये फंड निवेशकों के एक ग्रुप द्वारा जुटाए गए थे, जिनमें सेरब्रस कैपिटल, वर्दे पार्टनर्स कैनयॉन कैपिटल आदि शामिल हैं। शापूरजी को इस कर्ज पर 1,400 करोड़ रुपये का भुगतान करना था, जिसकी भुगताान की तारीख 26 मई है। हालांकि, ग्रुप ने लेंडर्स से भुगतान की शर्तों में बदलाव करने का अनुरोध किया है। शापूरजी ने इसके भुगतान के लिए 30 सितंबर तक का समय मांगा है। एसपी ग्रुप के लिए इस फंड जुटाने की इस प्रक्रिया में डोएचे बैंक और स्टैंर्डर्ड चार्टर्ड बैंक प्रमुख सलाहकार थे।
शापूरजी ने NCD धारकों को बताया है कि ग्रुप स्टरलिंग इनवेस्टमेंट्स कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड (SIPL) में मौजूद टाटा संस के शेयरों के आधार पर लिए गए कर्ज के भुगतान के लिए भी फंड जुटाने की तैयारी में है। बहरहाल, शापूरजी का कहना है कि उसे SIPL के लोन का भुगतान करने के लिए ज्यादा फंड जुटाने की जरूर होगी और इसके बाद वह गोस्वामी इंफ्राटेक एनसीसीडी होल्डर्स को भुगतान के लिए 1,400 करोड़ रुपये क भुगतान का प्रावधान करेगी।
NCD का बड़ा हिस्सा विदेश बैंकों द्वारा आवंटित किया गया था। वेल्थ मैनेजमेंट फर्मों ने यह हिस्सा घरेलू हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स को बेचा था। स्टरलिंग इनवेस्टमेंट में टाटा संस की हिस्सेदारी 9 पर्सेंट से थोड़ा ज्यादा है।