अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अगले वित्त वर्ष यानी 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ (GDP growth) का अनुमान 0.20 पर्सेंट बढ़ाकर 6.5 पर्सेंट कर दिया है। हालांकि, अब भी यह भारत सरकार के अनुमानों से कम है। मौजूदा वित्त वर्ष यानी 2023-24 के लिए एजेंसी ने 6.7 पर्सेंट ग्रोथ का अनुमान जताया है, जो अगले साल के ग्रोथ अनुमानों से 0.20 पर्सेंट ज्यादा है।
इसके अलावा, IMF ने 2025-26 के लिए ग्रोथ का अनुमान 0.20 पर्सेंट बढ़ाकर 6.5 पर्सेंट कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने 30 जनवरी को अपनी वर्ल्ड इकनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट को अपडेट किया। रिपोर्ट से जुड़े अपडेट में कहा गया है, ‘ वित्त वर्ष 2024 और 2025 में भारत में जीडीपी ग्रोथ मजबूत रहने की उम्मीद है।’ ग्रोथ अनुमानों में यह बढ़ोतरी वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश किए जाने से ठीक पहले की गई है। उम्मीद की जा रही है कि मोदी सरकार बजट में फाइनेंस और ग्रोथ की बेहतर संभावनाओं के लिए उपायों का ऐलान करेगी।
मनीकंट्रोल की तरफ से जारी अर्थशास्त्रियों के सर्वे के मुताबिक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 2024-25 के लिए 5.3 पर्सेंट फिस्कल डेफिसिट का टारगेट तय कर सकती है। नवंबर 2023 में जीडीपी के शानदार आंकड़ों के बाद सांख्यिकी मंत्रालय ने 2023-24 के लिए वास्तविक ग्रोथ 7.3 पर्सेंट रहने का अनुमान पेश किया है।
बहरहाल, बजट में वास्तविक जीडीपी ग्रोथ को लेकर अनुमान पेश नहीं किया जाता है, लेकिन फाइनेंस मिनिस्ट्री की तरफ से 29 जनवरी को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ तकरीबन 7 पर्सेंट रह सकती है।