फ्रांस की कंपनी टेलीपरफॉर्मेंस बिजनेस सर्विसेज ने एडुटेक कंपनी बायजूज (Byju’s) के खिलाफ इंसॉल्वेंसी याचिका दायर की है। फ्रांसीसी कंपनी ने अपनी बकाया रकम की वसूली के लिए Byju’s के खिलाफ यह कार्रवाई की है। Byju’s के खिलाफ यह दूसरी याचिका है। बायजूज के खिलाफ पहली याचिका भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने नवंबर 2023 में दायर की थी।
NCLT की वेबसाइट के मुताबिक, टेलीपरफॉर्मेंस ने 4 नवंबर, 2023 को ही यह याचिका दायर की थी, लेकिन NCLT में इसे 25 जनवरी को रजिस्टर किया गया। Byju’s अपने लिए 2022 के मध्य तक टेलीपरफॉर्मेंस (Teleperformance), कोजेंट ई सर्विसेज (Cogent E Services) और आईएनर्जाइजर (iEnergizer) समेत कई आउटसोर्सिंग एजेंसियों से सेवाएं ली थीं। तीनों कंपनियों ने Byju’s को कॉलिंग एजेंट उपलब्ध कराया था।
Byju’s ने खर्च कम करने के लिए टेलीपरफॉर्मेंस और कोजेंट ई सर्विसेज की सेवाओं को बंद कर दिया था। नतीजतन, कंपनी का बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग खर्च दिसंबर 2023 में घटकर जीरो हो गया, जबकि एक साल पहले यह 4.49 करोड़ रुपये से भी ज्यादा था। टेलीपरफॉर्मेंस डेट कलेक्शन (कर्ज वसूली), टेलीमार्केटिंग, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट, कंटेंट मॉडरेशन और कम्युनिकेशन से जुड़ी सेवाएं मुहैया कराती है।
इसके अलावा, एक अलग घटनाक्रम में मनीकंट्रोल (Moneycontrol) को खबर मिली है कि विदेशी लेनदारों ने इस ऑनलाइन ट्यूशन कंपनी के खिलाफ इंसॉल्वेंसी याचिका दायर की है। बायजूज के कुल 1.2 अरब डॉलर के टर्म लोन में इन विदेशी लेंडर्स की हिस्सेदारी 85 पर्सेंट से ज्यादा है। यह याचिका इसी हफ्ते NCLT की बेंगलुरु बेंच के सामने दायर की गई है।