सनन्दन उपाध्याय
Gourd: कभी-कभी प्रकृति का अजब-गजब रूप देखकर इंसान हैरान रह जाता है। लगभग सभी लोगों ने घर की छत पर, दीवार पर लौकी उगाई होगी। लौकी का पौधा एक लता या बेल के रूप में बढ़ता है। जिस पर फल लगते हैं। लेकिन आज हम जिस लौकी की चर्चा कर रहे हैं। वो लौकी पेड़ पर उगती है। इस लौकी का पेड़ उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सागर पाली वाटिका में मौजूद है। इस लौकी के पेड़ की चर्चा हर जगह हो रही है। पेड़ पर उगने वाली यह लौकी अन्य लौकी के मुकाबले बेहद अलग है।
देखने में भी यह लौकी आम लौकी की तरह नजर आती है। लेकिन अंतर इस बात का यह लौकी बेल पर नहीं बल्कि पेड़ पर उगती है। इसका स्वाद भी बेहद लाजवाब है। इसकी जब सब्जी बनाई जाती है तो थोड़ी काली होने लगती है। जबकि लौकी की सब्जी हरे रंग की होती है।
औषधीय गुणों का भंडार है लौकी
इस लौकी में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह लौकी किसी दवा से कम नहीं है। इसकी सब्जी जितनी सेहत के लिए फायदेमंद है। उतना ही इस लौकी का तेल भी फायदेमंद माना जा रहा है। इसके तेल में ठंडक होती है। जिससे सिर दर्द के लिए लाभदायक माना गया है। बागवानी के संस्थापक डॉ. शिवकुमार सिंह कौशिकेय का कहना है कि यह लौकी का पेड़ बड़ी मुश्किल से मिलता है। इस लौकी के पेड़ में जितने भी फल आते हैं। उनकी बिक्री नहीं की जाती है। आमलोगों में इसे बांट दिया जाता है। इस लौकी के पेड़ की पत्तियां कटलह की तरह होती हैं।
लौकी के बीज से निकलता है तेल
इस लौकी के बीज से तेल निकाला जाता है। इसमें विटामिन C, आयरन, मैग्नेशियम, पोटैशियम, जिंक और मैंगनीज जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके तेल से बालों का झड़ना कम होता है। जिससे बाल घने और लंबे होते हैं।
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और हेल्थ बेनिफिट रेसिपी की सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई चर्चा के आधार पर है। इसे इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें।