16 से 18 जनवरी के दौरान, गोलाबारी और अन्य हमलों में कम से कम तीन आम नागरिकों के मारे जाने और 14 के घायल होने का समाचार है. ये घटनाएं पूर्वी अलेप्पो क्षेत्र में मेनबिज, आइन अल-अरब और तिशरीन बाँध के नज़दीक अन्य गाँवों में हुई हैं.
मेनबिज के एक बाज़ार में एक कार विस्फोट में कुछ दुकानों के भी क्षतिग्रस्त होने की ख़बर है. इन घटनाओं के कारण लोग अपने घर छोड़कर जान के लिए मजबूर हुए हैं और मानवीय सहायता पहुँचाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
अल-राक़्का और अल-हसकेह में भी टकराव के कारण बुनियादी प्रतिष्ठानों के प्रभावित होने का समाचार है. पूर्वोत्तर सीरिया के 200 से अधिक आपात केन्द्रों में 24 हज़ार से ज़्यादा विस्थापित बेहद कठिन हालात में गुज़र-बसर कर रहे हैं.
यूएन मिशन ने मेनबिज अस्पताल का दौरा किया और स्थानीय अधिकारियों, सीरियाई अरब रैड क्रेसेन्ट व अन्य ग़ैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाक़ात की है.
OCHA और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की टीम ने सोमवार को पूर्वी अलेप्पो में एक आइन अल बायदा जल स्टेशन पर एक निगरानी मिशन को पूरा किया था.
यूएन के साझेदार संगठनों के अनुसार, जनवरी के पहले दो सप्ताह में बिना फटी आयुध सामग्री की चपेट में आने की 69 घटनाएँ हुई हैं जिनमें कम से कम 45 लोगों की जान गई है और 60 अन्य घायल हुए हैं.
यूएन उप प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में पत्रकारों को बताया कि 26 नवम्बर के बाद से अब तक ऐसे 134 इलाक़ों को चिन्हित किया गया है, जहाँ युद्धक सामग्री के अवशेष मिले हैं. सीरिया के पाँच गवर्नरेट – इदलिब, अलेप्पो, हमार, डेयर ऐज़ ज़ोर और लताकिया में ये विस्फोटक सामग्री मिली है.
इस बीच, असद शासन के पतन के बाद से सीरिया में विस्थापितों को अपने समुदायों में लौटना जारी है. इसके मद्देनज़र, यूएन के साझेदार संगठनों ने बारूदी सुरंग को हटाने की कार्रवाई के लिए धनराशि की अपील की है.
साथ ही जोखिम के प्रति जागरुक बनाना और आपात स्तर पर मैदानों को आयुध सामग्री से मुक्त करना अहम होगा.
धनराशि की क़िल्लत के कारण जल व साफ़-सफ़ाई सेवाओं को अनेक विस्थापित शिविरों में फ़िलहार रोक दिया गया है, जिससे सवा छह लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. OCHA ने सेवाओं को जारी रखने के लिए ज़रूरी रक़म मुहैया कराए जाने का आग्रह किया है.