Stock Tips: बिजली सेक्टर में बड़े सुधार की तैयारी हो रही है और इसका सबसे बड़ा फायदा अदाणी ग्रुप की अदाणी ट्रांसमिशन (अब अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस) को मिलेगा। वैश्विक ब्रोकरेज जेफरीज का ऐसा ही मानना है। ब्रोकरेज ने अपने हालिया रिपोर्ट में इस साल पावर सेक्टर केआउटलुक को लेकर कहा कि मई के बाद पावर डिस्ट्रीब्यूशन में निजीकरण को बढ़ावा देने वाला बदलाव हो सकता है। इससे डिस्ट्रीब्यूशन में प्राइवेट कंपनियों की हिस्सेदारी बढ़ेगी और उनकी वित्तीय सेहत भी सुधरेगी। इस बदलाव का सबसे बड़ा फायदा अदाणी ट्रांसमिशन को मिलेगा। पिछले साल जुलाई जुलाई 2023 में अदाणी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) का नाम बदलकर अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस (Adani Energy Solutions) कर दिया गया था।
क्या है बदलाव की योजना
जेफरीज ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि निजीकरण को बढ़ावा देने वाला इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन एक्ट (Electricity Distribution Act) अभी संसदीय स्थायी समिति के पास है। योजना ये है कि राज्य बिजली बोर्डों (SEB) को भारी सब्सिडी वाले कृषि क्षेत्र के लिए टैरिफ बढ़ाने और घाटे को कम करने के लिए प्रेरित किया जाए, क्योंकि प्राइवेट डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियां SEB से कम दर पर इंडस्ट्रियल कंज्यूमर्स को बिजली मुहैया करा सकती हैं। इस सुधार से डिस्ट्रीब्यूशन में प्राइवेट कंपनियों की भागीदारी बढ़ेगी और लंबे समय में डिस्ट्रीब्यूशन की कमजोर वित्तीय स्थिति भी मजबूत होगी। ब्रोकरेज के मुताबिक इसका सबसे अधिक फायदा अदाणी एनर्जी साल्यूशंस को मिलेगा।
Power Sector के इन शेयरों पर ब्रोकरेज का भरोसा
ब्रोकरेज के टॉप पावर स्टॉक्स में NTPC, जेएसडब्ल्यू एनर्जी और पावर ग्रिड शुमार है। एनालिस्ट्स के मुताबिक NTPC की बार-बार रेटिंग करनी होगी क्योंकि इसकी रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी सालाना 39 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़ रही है और वित्त वर्ष 2024-26 के बीच इसका EPS वित्त वर्ष 2004 से वित्त वर्ष 2010 के बीच 9 फीसदी की तुलना में 11 फीसदी की CAGR से बढ़ सकता है। अभी यह शेयर 1.7x FY26E PB पर है जो वित्त वर्ष 2003 से वित्त वर्ष 2010 के बीच के औसतन गुणक से 27 फीसदी डाउनसाइड है। वहीं JSW एनर्जी की बात करें तो ब्रोकरेज के मुताबिक जेएसडब्ल्यू एनर्जी स्थायी रिटर्न देने वाले प्रोजेक्ट्स और मर्चेंट कैपेसिटी से हायर कैश फ्लो जेनेरेशन का अच्छा मिक्सचर है क्योंकि अगले 24 महीने स्पॉट प्राइस ऊंची रहेगी। ब्रोकरेज ने इसे खरीदारी की रेटिंग दी है।
पावरग्रिड की बात करें तो जेफरीज का कहना है कि इसका कैपिटल एक्सपेंडिचर बढ़ रहा है। इसका फायदा भी कंपनी को मिल रहा है। हालांकि वित्त वर्ष 2003 से वित्त वर्ष 2010 के बीच 0.18 फीसदी के EPS की तुलना में फिलहाल यह 5 फीसदी पर है और इससे वित्त वर्ष 2003 से वित्त वर्ष 2010 के औसतन 3 गुना वैल्यू की तुलना में फिलहाल यह 10 फीसदी डिस्काउंट पर है। ऐसे में ब्रोकरेज ने इसे खरीदारी की रेटिंग दी है।
एनालिस्ट्स का मानना है कि पावर जेनेरेशन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन (T&D) निवेश वित्त वर्ष 2017 से वित्त वर्ष 2023 की तुलना में वित्त वर्ष 2024-वित्त वर्ष 2030 में 2.2 गुना उछलकर 28 हजार करोड़ डॉलर पर पहुंच सकता है। पिछले 10 वर्षों में कम निवेश और बिजली की मांग में 7 फीसदी से अधिक उछाल की संभावना के चलते एनालिस्ट्स का मानना है कि अब इस साल कंपनियों का फोकस कैपेसिटी बढ़ाने, हाई मर्चेंट प्राइस और पावर टीएंडडी इक्विपमेंट ऑर्डरिंग पर होगा।
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