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निजी दान राशियों से, युद्धग्रस्त ग़ाज़ा में यूएन समर्थन को मिली ताक़त

UNRWA ने अक्टूबर 2023 से, लगभग 15 करोड़ अमेरिकी डॉलर की रक़म दान में एकत्र की है, जिसमें स्पेन और संयुक्त राज्य अमेरिका में इसकी शाखाओं, संस्थानों, ग़ैर-सरकारी संगठनों (NGOs), विशाल सम्पनियों और व्यक्तियों का ख़ासा योगदान रहा है. एजेंसी का कहना है कि इनमें से कुछ दानकर्ताओं ने तो अपने चन्दे की रक़म दो गुनी कर दी है.

UNRWA के साझेदारी निदेशक करीम आमेर कहते हैं, “आपका दान बहुत महत्व रखता है, उसका आकार कुछ भी हो. आपका चन्दा योगदान, विशाल नुक़सान, विस्थापन, ज़ख़्मों, निरन्तर चिन्ता और भय से त्रस्त लाखों परिवारों को सहारा दे रहा है.”

धन की भारी क़िल्लत का सामना कर रही इस एजेंसी के लिए, बढ़ते समर्थन का जारी रहना बहुत अहम है. ग़ौरतलब है कि जनवरी 2024 में इसराइल के कुछ आरोपों के बाद 16 दानदाता देशों ने अपनी दान सहयोग स्थगित कर दिया था जिसके कारण UNRWA को लगभग 45 करोड़ अमेरिकी डॉलर का नुक़सान हुआ था. 

इसराइल ने आरोप लगाए थे कि 7 अक्टूबर को उसके दक्षिणी हिस्से में हमास की अगुवाई में किए गए आतंकी हमलों में, UNRWA के 10-12 कर्मचारी भी कथित रूप से शामिल रहे थे.

संयुक्त राष्ट्र ने इसराइल के उन आरोपों की तुरन्त जाँच शुरू कर दी थी जो अगस्त में पूरी हो गई. उस जाँच में कुछ सबूतों से संकेत मिले कि 9 कर्मचारियों के शामिल होने की सम्भावना है. उसके बाद UNRWA के प्रमुख फ़िलिपे लज़ारिनी ने, एजेंसी के हित में, इन कर्मचारियों का रोज़गार ख़त्म करने का ऐलान किया.

उसके बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका के अलावा, बाक़ी सभी देशों ने, UNRWA के लिए अपनी दान सहायता बहाल कर दी है.

UNRWA, ग़ाज़ा में युद्ध के दौरान भी लोगों को जीवनरक्षक सहायता मुहैया करा रही है.

बेशक़ीमती मदद व एकजुटता

UNRWA 1949 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा से शासनादेश मिलने के बाद से, ग़ाज़ा, पूर्वी येरूशेलम सहित पश्चिमी तट, और लेबनान, जॉर्डन व सीरिया में फ़लस्तीनी शरणार्थियों को सेवाएँ मुहैया कराती रही है.

ग़ाज़ा में अक्टूबर (2023) में युद्ध भड़कने तक, UNRWA पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में पाँच लाख से अधिक लड़कों और लड़कियों को शिक्षा के साथ-साथ 20 लाख से भी अधिक लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य व देखभाल सेवाएँ मुहैया करा रही थी.

निजी रूप से मिले दान की रक़म को ग़ाज़ा पट्टी में फ़लस्तीनी परिवारों की सख़्त ज़रूरतों को पूरा करने के लिए, भोजन, पानी, दवाओं और आश्रय मुहैया कराने पर ख़र्च किया जाता है.

ग़ाज़ा में लगभग 10 महीने के भीषण युद्ध में 40 हज़ार से अधिक लोग मारे गए हैं जिनमें UNRWA के भी 213 कर्मचारी हैं. युद्ध ने वहाँ विशाल स्तर की भूख व तबाही के हालात उत्पन्न कर दिए हैं. बहुत से लोगों को भूखे पेट रहना पड़ रहा है और स्वास्थ्य, जल व आश्रय सम्बन्धी अधिकतर ढाँचा भी, इस हद तक तबाह हो चुका है कि उसकी मरम्मत सम्भव नहीं है.

धरातल पर सहायता कार्यों में सक्रिय UNRWA के स्टाफ़ को आम लोगों का समर्थन बहुत अहम है क्योंकि वो शरणार्थियों की मदद करने में बेतहाशा कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, जबकि स्वयं उन पर भी व्यापक असर पड़ा है और वो विस्थापित भी हुए हैं.

करीम आमेर का कहना है, “ग़ाज़ा में मुस्तैद हमारे सहयोगियों को, जनसमर्थन से वो शक्ति मिलती है जिससे वो अपना कार्य करना और सहायता उपलब्ध कराना जारी रखते हैं.”

पहली बार दान देने वाले बहुत उत्सुक

ग़ाज़ा में इसराइल की भीषण बमबारी में असीम तबाही हुई है और UNRWA लोगों को सहायता मुहैया कराने की भरसक कोशिश करती रही है.

करीम आमेर ने बताया कि UNRWA को पहली बार दानराशि देने वाले व्यक्तियों व संगठनों का ताँता लगा हुआ है जो संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, कैनेडा, जर्मनी, फ़िलिपीन्स, भारत, अफ़्रीका के कुछ देशों व अन्य क्षेत्रों में स्थित हैं.

उन्होंने बताया कि UNRWA को दान देने के लिए आगे बढ़ने वालों में स्कूल, छात्र समूह, परामर्श एजेंसियाँ, कर्मचारी निधि और रेस्तराँ बहुत इच्छुक नज़र आ रहे हैं.

फ़लस्तीन को तरह-तरह से मदद

बहुत से संगीत कलाकार, फ़लस्तीन को समर्थन देने वाले गीत जारी कर रहे हैं और उनसे जो धन प्राप्त हो रहा है, उसे UNRWA को दान कर रहे हैं. मैक्सिको की एक गायिका मारियानीना ने अप्रैल में From Palestine to Mexico नामक गीत जारी किया था और उससे प्राप्त होने वाला तमाम धन, वो UNRWA को दान कर रही हैं. कैनेडा की वॉयलन वादक जैसिका मॉस ने भी फ़रवरी में बर्लिन में UNRWA के लिए एक संगीत कार्यक्रम किया था.

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में कोलम्बिया युनिवर्सिटी परिसर में छात्र विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.

संयुक्त राज्य अमेरिका के चार बार ग्रैमी पुरस्कार विजेता रैपर मैकलमोर ने मई (2024) में अपनी एक रचना – Hind’s Hall जारी की थी जो सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय हुई और वो इससे प्राप्त हो रहा तमाम धन UNRWA को दान कर रहे हैं.

संयुक्त राज्य अमेरिका में UNRWA के रणनैतिक कार्यक्रमों के निदेशक जेसन टैरी ने कुछ दिन पहले यूएन न्यूज़ को बताया कि उन्हें 47 हज़ार डॉलर की पहली रॉयल्टी कुछ ही दिन पहले प्राप्त हुई थी. “हमें मैकलमोर से साल के आरम्भ में, एक लाख डॉलर की निजी दानराशि भी प्राप्त हुई.”

मैकलमोर का यह गीत, ग़ाज़ा में युद्ध का अन्त कराने के लिए, दुनिया भर में प्रदर्शनों की तरफ़ ध्यान आकर्षित करता है.

जेसन टैरी कहते हैं कि हम मैकलमोर की इस पैरोकारी और ग़ाज़ा में लोगों की ख़िदमत करने के जज़्बे के शुक्रगुज़ार हैं. “उनके उपहार पहले ही, बहुत से परिवारों और बच्चों को भोजन मुहैया कराने में हमारी मदद कर रहे हैं.”

मुस्लिम समुदायों की दान एकजुटता

ग़ाज़ा में युद्ध को रोके जाने की मांग करने वाले, दुनिया के अनेक हिस्सों में हो रहे समर्थनों के लिए, ग़ाज़ा के एक टैंट पर शुक्रिया का सन्देश.

दुनिया भर के मुसलमानों ने भी विशाल उदारता दिखाई है और उन्हें बहुत बड़े पैमाने पर मदद की है. वर्ष 2023 में, UNRWA के ज़कात कार्यक्रम में लोगों ने 47 लाख डॉलर की रक़म दान की थी. ज़कात इस्लामी नियमों के अनुसार एक दान व्यवस्था है, जिसमें लोग अपनी सम्पत्ति का एक ख़ास हिस्सा दान करते हैं. 

इसमें निर्धनतम लोगों को नक़दी और खाद्य सामग्री मुहैया कराने के लिए दान दिया जाता है और इस दायरे में फ़लस्तीनी शरणार्थी भी आते हैं.

UNRWA के लिए बहुत से लोग अपनी निजी हैसियत में और बहुत से ग़ैर-सरकारी संगठन भी दान दे रहे हैं. जर्मनी स्थित हसेने Hasene International नामक ग़ैर-सरकारी संगठन ने, अक्टूबर (2023) में युद्ध शुरू होने के बाद से, 50 लाख डॉलर से अधिक का दान दिया है. इस दान राशि के ज़रिए बच्चों को भोजन, पानी और दवाएँ, और परिवारों को नक़दी मुहैया कराए जा रहे हैं.

सिंगापुर के लोगों ने, रहमतन लिल आलमीन संस्थान (RLAF) नामक संगठन के ज़रिए लगभग 62 लाख डॉलर की रक़म दान की है. इस संगठन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुहम्मद फ़ैज़ल बिन उथमान कहते हैं, “RLAF वास्तव में UNRWA जैसे साझीदारों के साथ काम करने को अपना सौभाग्य समझता है, जिससे युद्ध के निर्दोष पीड़ितों तक सहायता पहुँचाई जा रही है.”

उम्मीद की बुनियाद

UNRWA, असीम चुनौतियों के बावजूद, ग़ाज़ा में लाखों लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ भी मुहैया कराती रही है.

UNRWA ने अप्रैल से दिसम्बर की औचक अपील के ज़रिए लगभग 17 लाख लोगों की आपात मानवीय ज़रूरतों को पूरा करने के लिए, लगभग 1 अरब 21 करोड़ डॉलर की रक़म जुटाने का लक्ष्य रखा है.

UNRWA के लिए समर्थन प्रदर्शित करने की ख़ातिर 12 जुलाई को वार्षिक संकल्प सम्मेलन हुआ था जिसमें 118 देशों की सरकारों ने इस एजेंसी को अपना समर्थन व्यक्त किया, और इन देशों में सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्य भी शामिल थे.

इन देशों की सरकारों ने अपने संयुक्त वक्तव्य में, मध्य पूर्व क्षेत्र में लाखों शरणार्थियों के लिए उम्मीद की एक जीवन रेखा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक स्तम्भ के रूप में, UNRWA की बहुत ज़रूरी भूमिका पर ज़ोर दिया था.

UNRWA के मुखिया फ़िलिपे लज़ारिनी ने कहा था कि यह सम्मेलन बहुत ही अहम मोड़ पर आयोजित है जबकि इस एजेंसी को बिखेरने के लिए अभूतपूर्व और व्यवस्थागत हमले हो रहे हैं.

उन्होंने कहा था, “UNRWA का कोई विकल्प नहीं है.”

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