लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक गहमागहमी तेज है। जहां तमाम राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हैं वहां एनडीए के खिलाफ एकजुट होने वाली पार्टियां चुनाव को लेकर गठबंधन के स्वरूप और सीटों के बंटवारे के गुणा-भाग में लगे हैं। विपक्षी गठबंधन जिसे इंडिया नाम दिया गया है, इस गठबंधन में शामिल होने वाले तमाम राजनीतिक दलों की एक के बाद एक बैठकें हो रही हैं। इस बीच एनसीपी के एक बड़े नेता ने बयान दिया है,जो काफी अहम है। एनसीपी के एक वरिष्ठ नेता ने इंडिया टीवी से की गई बातचीत में ये साफ कर दिया है कि ना ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार और ना ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के पीएम पद के उम्मीदवार होंगे।
एनसीपी का दावा
एनसीपी नेता ने ये भी कहा है कि जो भी इंडिया गठबंधन के संयोजक की भूमिका में होगा वो ना ही चुनाव लड़ेगा ना ही चुनाव प्रचार ही करेगा। उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और ना ही जोभी संयोजक होगा ना वो चुनाव लड़ेगा ना ही ही चुनाव प्रचार करेगा। साथ ही उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश जैसे किसी बड़े नेता का संयोजक बनना तय है। हालांकि उन्होंने ये दावा किया है और ये सिर्फ एनसीपी की वक्तव्य है, गठबंधन में लोकसभा चुनाव को लेकर कैसी रूपरेखा होगी और कौन चुनाव लड़ेगा कौन नहीं, किसके पास कितनी सीटें होंगी ये बैठकों के बाद ही तय हो सकेगा।
इंडिया गठबंधन में हलचल तेज
वहीं, दिल्ली में मंगलवार को कांग्रस की बड़ी बैठक हो रही है। ये बैठक मुकुल वासनिक के घर हो रही है, जिसमें अशोक गहलोत, अशोक चव्हाण सहित कई बड़े नेता मौजूद हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सीट बंटवारे की बैठक पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित के बयान पर दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, “जब कोई पार्टी एक लोकसभा क्षेत्र के लिए टिकट बांटती है, तो उस टिकट के लिए 10 दावेदार आते हैं। जब आप एक को टिकट देते हैं। जाहिर है बाकी नौ परेशान हो जाते हैं। जब दो पार्टियां होती हैं तो जाहिर तौर पर दावेदारों की संख्या बढ़ जाती है…इसलिए, कठिनाइयों के बावजूद आपको देश को बचाने के लिए बलिदान देना होगा।’