TMC-Congress Alliance: जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के दिन नजदीक आ रहे हैं, कांग्रेस (Congress) अब कुछ एक्टिव दिख रही है, खासकर गठबंधन के मामले में… उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के साथ सीट बंटवारा और गठबंधन का ऐलान हो ही चुका है, तो उधर दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ बात लगभग तय ही मान लीजिए। अब कांग्रेस अपने एक नए पड़ाव की ओर बढ़ रही है, और वो है नाराज ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को मनाना। अगर ऐसा हो जाता है, तो विपक्ष के I.N.D.I.A. गुट में एक बार फिर जान फूंक दी जाएगी। कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) और जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत सभी I.N.D.I.A सहयोगियों के साथ गठबंधन की बातचीत चल रही है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए, पार्टी महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ बातचीत चल रही है, लेकिन गठबंधन को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
TMC-कांग्रेस के बीच कहां फंसा पेंच?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो कांग्रेस पश्चिम बंगाल में पांच सीटें मांग रही है। जबकि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) कांग्रेस को दो सीट से ज्यादा नहीं देना चाहती हैं। पेंच सिर्फ यहीं नहीं फंस रहा है। बल्कि बदले में TMC मेघालय में एक और असम में दो सीटों की मांग कर रही है।
आगे बढ़ने से पहले बता दें कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं और कांग्रेस (Congress) 2019 में सिर्फ दो सीट ही जीत पाई। TMC अब भी यही दो सीट कांग्रेस को देने की बात कह रही है। राज्य में तृणमूल कांग्रेस के खाते में 22 सीट गई थीं। असम की 14 लोकसभा सीट में से सिर्फ तीन सीट कांग्रेस के पास है और TMC एक सीट पर भी नहीं है।
मेघालय में लोकसभा की दो सीट हैं और दोनों कांग्रेस के पास हैं। ऐसे में स्थानीय नेता एक सीट तृणमूल कांग्रेस को दिए जाने के पक्ष में नहीं हैं। हालांकि, कांग्रेस को उम्मीद है कि ये सब मुद्दे जल्द ही सुलझा लिए जाएंगे और गठबंधन हो जाएगा।
सबसे पहले ममता बनर्जी ने दिया झटका
बता दें कि I.N.D.I.A. गठबंधन और कांग्रेस को सबसे पहला झटका पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी ने ही दिया था। 25 जनवरी 2024 को ममता बनर्जी ने सबके सामने ऐलान कर दिया था कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी। उन्होंने खुले तौर कांग्रेस से नाराज होने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि हम पहले ही कह चुके हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर क्या होगा, उससे हमें मतलब नहीं, लेकिन राज्य में हम अकेले चुनाव लड़ेंगे।
इसके कुछ दिन बाद ही ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, “मुझे उम्मीद नहीं है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 40 सीट भी जीत पाएगी।”
पहले क्यों बिगड़ी ममता और कांग्रेस के बीच बात?
उन्होंने ने कहा, “मैंने प्रस्ताव दिया कि कांग्रेस 300 सीट पर चुनाव लड़े (देश भर में जहां BJP मुख्य विपक्ष है), लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान देने से इनकार कर दिया। अब, वे मुस्लिम मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए राज्य में आए हैं। मुझे शक है कि अगर वे 300 सीट पर चुनाव लड़ते हैं, तो क्या वे 40 सीट भी जीत पाएंगे।”
उन्होंने ये भी बताया I.N.D.I.A. गठबंधन में TMC की कांग्रेस से बात क्यों बिगड़ी। ममता ने कहा, “हम गठबंधन के लिए तैयार थे, उन्हें दो सीट की पेशकश की थी, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया। अब उन्हें सभी 42 सीट पर अकेले चुनाव लड़ने दें। तब से, हमारे बीच कोई बातचीत नहीं हुई है।”