पिछला साल 2023 सुपरस्टार शाहरुख खान के लिए काफी शानदार रहा और उन्होंने लगातार दो ब्लॉकबस्टर पठान (Pathaan) और जवान (Jawan) देकर बॉलीवुड को निहाल कर दिया। हालांकि इससे पहले कुछ समय तक उनका सितारा बुझता दिख रहा था और उनकी फिल्में पिट रही थीं। आज उन्होंने इसी दौर में संघर्षों के बारे में चर्चा की। उन्होंने CNNNews18 से इंडियन ऑफ द ईयर 2023 का पुरस्कार प्राप्त करने के बाद अपने एस्सेप्टेंस स्पीच के दौरान यह टिप्पणी की। हालांकि इन संघर्षों को लेकर बॉलीवुड के ‘बादशाह’ खान ने उस विवाद का जिक्र नहीं किया जो ड्रग से जुड़े एक मामले में उनके बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी से जुड़ा है।
कैसा रहा Shah Rukh Khan का बुरा दौर
उन्होंने अपने भाषण में कहा, “पिछले चार-पांच मेरे और मेरे परिवार के लिए थोड़े कठिन रहे। मुझे यकीन है कि आप में से कुछ लोग कोविड और अन्य चीजों के कारण भी परेशान रहे होंगे। मेरी ज्यादातर फिल्में फ्लॉप हो गईं, बहुत सारे विशेषज्ञ और एनालिस्ट्स मेरे चुकने की कहानी लिखने लगे, कुछ बेवकूफों ने भी ऐसा ही किया, जो वास्तव में एक ही बात है, एनालिस्ट्स और बेवकूफ। ऐसा कुछ नहीं है जिसके बारे में मैं वास्तव में परेशान हूं।”
अब के दौर को लेकर क्या कहा?
शाहरुख खान ने आगे कहा, “लेकिन यह ऐसा समय है जब आपको आशावादी, खुश, ईमानदार कहानीकार बनने की जरूरत है और आप जो भी कर रहे हैं उसे जारी रखना चाहिए और यह सोचना चाहिए कि कहानी में यह एक बुरा मोड़ है। यह वह कहानी नहीं है जिसे आप जी रहे हैं। यह 100 फीसदी कहानी का अंत नहीं है क्योंकि किसी ने मुझसे कहीं कहा था कि जिंदगी में फिल्मों की तरह, अंत में दुखद ठीक हो जाता है। और अगर ठीक न हो तो अंत नहीं है। पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त। और मैं उस पर विश्वास करता हूं क्योंकि मेरा मानना है कि अच्छाई से अच्छाई ही जन्मती है।” इस प्रकार उन्होंने अपने भाषण को अपनी ब्लॉकबस्टर मूवी ‘ओम शांति ओम’ के आइकॉनिक डायलॉग से समाप्त किया।