वोल्कर टर्क ने, सोमवार को अपराध की रोकथाम और दंड पर कन्वेंशन की 75वीं वर्षगाँठ के अवसर पर आयोजित एक बैठक को सम्बोधित करते हुए, इस कन्वेंशन को एक “गम्भीर और ज़रूरी दस्तावेज़” के रूप में वर्णित किया.
इस जनसंहार निरोधक कन्वेंशन को दिसम्बर 1948 में मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा की पूर्व संध्या पर अपनाया गया था, जिससे यह संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में पहली मानवाधिकार सन्धि बन गई.
मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने कहा, “होलोकॉस्ट के महत्वपूर्ण सबक़, जिनके अवर्णनीय अपराधों के कारण कन्वेंशन हुआ – और कम्बोडिया, रवांडा, पूर्व यूगोस्लाविया और अन्य स्थानों के सबक़ों ने यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया कि जनसंहार को रोकना, और इसके अपराधियों को पूरी मानवता के सामने लाना, मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने के काम के लिए आवश्यक है.”
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि नरसंहार को रोकना पूरी मानवता के लिए एक “सर्वोपरि सिद्धान्त” था, ना कि केवल अन्तरराष्ट्रीय क़ानून का एक मुद्दा.
जनसंहार निरोधक कन्वेंशन सभी देशों और लोगों से सतर्कता बनाए रखने का आहवान करती है और जनसंहार को रोकने व ज़िम्मेदार पक्षों को दंडित करने के लिए कार्रवाई की मांग करती है.
जनसंहार के संकेत साफ़ नज़र आते हैं
उन्होंने कहा कि जनसंहार ”कभी भी बिना चेतावनी के नहीं होता. यह हमेशा जाति, जातीयता, धर्म या अन्य कारकों के आधार पर, व्यवस्थित भेदभाव के पूर्ववर्ती और पहचाने जाने योग्य चलन की परिणति होती है – और अल्पसंख्यक या किसी विशेष समुदाय के लोगों के ख़िलाफ़, नीति के मामले के रूप में लक्षित सकल मानवाधिकार उल्लंघन पर आधारित होता है.”
वोल्कर टर्क ने कहा, “जनसंहार अक्सर सार्वजनिक क्षेत्र में अमानवीय और राक्षसी बयानों को बढ़ावा देता है, जबकि आज, सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार अभियान, इन बयानों को तब तक और बढ़ाना जारी रख सकते हैं, जब तक कि हिंसा को नजरअन्दाज़ करना और उचित ठहराना सामान्य बात नहीं लगने लगती.”
उन्होंने कहा कि बेहतर ऑनलाइन प्रशासन के माध्यम से, डिजिटल स्थानों में जनसंहार कार्रवाई को रोका जाना “बेहद महत्वपूर्ण” है.
दूसरी बात, जवाबदेही निर्धारित होनी चाहिए, “न केवल इसलिए कि इससे पीड़ितों को न्याय मिलता है, बल्कि इसलिए कि जवाबदेही, जनसंहार को समाप्त करने के लिए केन्द्रीय है… दंडमुक्ति की मनोभावना, जनसंहार को बढ़ावा देती है. जवाबदेही इसका तोड़ है.”
वोल्कर टर्क ने उन सभी देशों से इस जनसंहार निरोधक कन्वेंशन की पुष्टि करने और इसे स्वीकार करने का आग्रह किया जिन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है, वे “हमारी सामान्य मानवता की रक्षा” के लिए, उच्च प्राथमिकता के रूप में ऐसा करें.