लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। वहीं, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को वोटिंग होगी। इस चुनावी सीजन में हम आपके लिए चुनाव से जुड़ी अनोखी कहानियां और रिकॉर्ड लेकर आ रहे हैं। ऐसा ही एक खास ट्रैक रिकॉर्ड हरियाणा का भी है। बड़ी खास बात है कि हरियाणा में लगभग हर बार जिस पार्टी को ज्यादा सीटें मिली हैं वही पार्टी केंद्र सरकार की सत्ता में भी बैठी है। हरियाणा की स्थापना के बाद हुए 14 लोकसभा चुनाव में से 13 बार सरकार बनाने में हरियाणा का खास रोल रहा है। आइए समझते हैं ये पूरा मामला।
13 बार केंद्र में सरकार बनाने में योगदान
हरियाणा की स्थापना साल 1966 में हुई थी। इसके बाद 14 लोकसभा चुनाव हुए जिनमें से एक चुनाव को छोड़कर 13 चुनावों में केंद्र में सरकार बनाने में हरियाणा के सांसदों की खास भूमिका रही है। रिकॉर्ड को देखें तो सिर्फ 1998 में हुए चुनाव में सरकार बनाने में राज्य का कोई खास रोल नहीं था। खास बात ये भी है कि ज्यादातर बार इस राज्य के मतदाताओं ने कांग्रेस पार्टी पर ही भरोसा जताया है।
क्या है चुनावी इतिहास?
कुल 14 लोकसभा चुनाव में हरियाणा के वोटर्स ने आधे से ज्यादा बार एक ही दल या फिर गठबंधन पर विश्वास दिखाया है। साल 1967 और 1971 में कांग्रेस ने राज्य की 7-7 सीटें जीतीं। वहीं, राज्य में 4 लोकसभा चुनाव में विभिन्न दलों ने राज्य की सभी सीटों पर क्लीन स्वीप किया है। क्लीन स्वीप का ये सिलसिला साल 1977 में शुरू हुआ था। कांग्रेस विरोधी लहर के दौरान भारतीय लोकदल ने सभी 10 सीटें जीती थीं और कांग्रेस को करारी हार झेलनी पड़ी थी। हालांकि, साल 1991, 2004 और 2009 में कांग्रेस ने राज्य की 9-9 सीटों पर कब्जा किया था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने राज्य की सभी 10 सीटें जीती थीं।
हरियाणा में कब है चुनाव?
हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर एक साथ ही मतदान होगा। यहां छठे चरण में 25 मई को मतदान कराया जाएगा। इसके साथ ही करनाल विधानसभा सीट पर भी इसी दिन मतदान कराया जाएगा। इसके साथ ही 04 जून को पूरे देश के साथ यहां भी मतगणना होगी और परिणामों का ऐलान किया जाएगा।
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