राजनीति

गुवाहाटी युनिवर्सिटी में CAA विरोधी पोस्टर फाड़े जाने पर छात्रों के बीच मारपीट, कई घायल

गुवाहाटी युनिवर्सिटी में CAA विरोधी पोस्टर फाड़े जाने पर छात्रों के बीच मारपीट, कई घायल

गुवाहाटी युनिवर्सिटी में छात्रों के बीच मारपीट।- India TV Hindi

Image Source : GAUHATI UNIVERSITY (WEBSITE)
गुवाहाटी युनिवर्सिटी में छात्रों के बीच मारपीट।

गुवाहाटी: शहर के जालुकबरी इलाके में स्थित गुवाहाटी युनिवर्सिटी (जीयू) के परिसर में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) विरोधी पोस्टर फाड़े जाने के बाद प्रतिष्ठित संस्थान के छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्यों के बीच सोमवार को झड़प हो गई। पुलिस ने इस बात की जानकारी दी। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी की छात्र इकाई ने आरोपों से इनकार कर दिया। वहीं पुलिस ने बताया कि झड़प के दौरान कई छात्रों को चोटें आई हैं। सूचना मिलने के बाद शीर्ष अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गये।

ABVP ने किया खंडन

जीयू के नवनिर्वाचित छात्र संगठन स्नातकोत्तर छात्र संघ (पीजीएसयू) के सदस्यों ने दावा किया एबीवीपी के सदस्यों ने युनिवर्सिटी के द्वार पर लगे सीएए विरोधी पोस्टरों को फाड़ दिया, जिसके कारण ही टकराव शुरू हुआ और यह मारपीट में बदल गया। एबीवीपी ने पीजीएसयू के दावे का खंडन किया और आरोप लगाया कि जब वह युनिवर्सिटी परिसर के एक हॉल में बैठक कर रहे थे तो वहां पहुंचे कुछ छात्रों ने सीएए विरोधी नारे लगाए और उन्हें परिसर में प्रवेश करने से भी रोका गया। पुलिस ने बताया कि घायल छात्रों का नजदीकी अस्पताल में इलाज कराया गया। उसने कहा, ‘‘सूचना मिलते ही हमारे शीर्ष अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए और अब हालात नियंत्रण में हैं।’’ 

गुजरात विश्वविद्यालय में भी मारपीट

बता दें कि हाल ही में कुछ लोगों की भीड़ ने अहमदाबाद में गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में नमाज पढ़ने पर विदेशी छात्रों के साथ मारपीट की थी। मारपीट की वजह से दो लोग घायल हो गए, जिस वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने रविवार को इस मामले की जानकारी देते हुए बताया था कि घटना शनिवार रात की है। इस घटना के बाद श्रीलंका और ताजिकिस्तान के एक-एक छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस आयुक्त जी. एस. मलिक ने बताया कि 20 से 25 लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और घटना की जांच के लिए सुरक्षाकर्मियों के 9 दल गठित किए गए हैं। 

(इनपुट- भाषा)

यह भी पढ़ें- 

इलेक्टोरल बॉण्ड के बाद अब ‘पीएम केयर्स फंड’ की बारी! कांग्रेस ने पारदर्शिता पर उठाए सवाल; पूछे ये सवाल

Explainer: मतदान में महिलाओं की बढ़ती भूमिका, वोट प्रतिशत बढ़ाने में सरकारी योजनाओं का कितना योगदान

Latest India News

Source link

Most Popular

To Top