फ़लस्तीनी जन के लिए यूएन सहायता एजेंसी – UNRWA ने अपनी नवीनतम जानकारी में कहा है कि मार्च में हर दिन औसतन लगभग 161 सहायता ट्रक ग़ाज़ा में दाख़िल हुए थे.
इनमें से 28 मार्च को सबसे अधिक 264 ट्रक दाख़िल हुए, हालाँकि ये संख्या भी, लक्षित 500 प्रतिदिन की संख्या से बहुत कम थी.
मंगलवार को प्रकाशित जानकारी के अनुसार, UNRWA, ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता मुहैया करानी वाली सबसे बड़ी एजेंसी है और मार्च में जितनी सहायता सामग्री की आपूर्ति की गई, उसमें से आधी आपूर्ति, इसी एजेंसी ने की थी.
ग़ाज़ा की 75 प्रतिशत से भी अधिक आबादी यानि लगभग 17 लाख लोग, 7 अक्टूबर को भड़के ग़ाज़ा युद्ध के कारण विस्थापित हो चुके हैं. इनमें से अधिकतर लोगों को कई बार विस्थापित होना पड़ा है.
उत्तरी इलाक़े में पाबन्दियाँ
लगभग दस लाख लोग, आपात शिविरों में या उनके निकट या फिर अनौपचारिक आश्रय स्थलों में ठहरने को विवश हैं. लगभग एक लाख 60 हज़ार विस्थापित लोग उत्तरी ग़ाज़ा और ग़ाज़ा सिटी इलाक़ों में, UNRWA द्वारा मुहैया कराए गए आश्रय स्थलों में ठहरे हुए हैं.
UNRWA का अनुमान है कि इन दोनों प्रशासनिक इलाक़ों में लगभग तीन लाख लोग मौजूद हैं, मगर सभी लोगों को मानवीय सहायता पहुँचाने में, UNRWA को गम्भीर रूप से प्रतिबन्धित किया गया है.
UNRWA ने 7 अक्टूबर से, ग़ाज़ा में 18 लाख से अधिक लोगों को आटा मुहैया कराया है, जोकि कुल जनसंख्या का लगभग 85 प्रतिशत है.
इसके अलावा लगभग छह लाख लोगों को आपात खाद्य पार्सल मुहैया कराए गए हैं और लगभग 36 लाख लोगों मरीज़ों को, विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों और स्थलों पर, चिकित्सा परामर्श उपलब्ध कराए गए हैं.