उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के मामले में एक चौंकाने वाला वाकया सामने आया है। 18 स्टूडेंट्स अपनी एग्जाम कॉपी में ‘जय श्री राम’ और क्रिकेटर्स के नाम लिखकर शानदार अंकों के साथ पास हो गए। अब उनकी कॉपी जांचने वाले दो प्रोफेसर जांच के घेरे में आ गए हैं। मामला जौनपुर में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय का है। इस विश्वविद्यालय में डी फार्मा के 18 स्टूडेंट्स ने अपनी परीक्षा कॉपी में उत्तर में राम का नाम, प्रमुख क्रिकेटरों के नाम और कुछ अन्य ऐसी डिटेल लिखीं, जिनका परीक्षा के सवालों से कोई लेनादेना नहीं था।
आंसर के बीच में ‘जय राम जी पास हो जाएं’ लाइन लिखी हुई एक कॉपी की फोटो वायरल हो गई है। घटना का खुलासा तब हुआ, जब छात्र नेता दिव्यांशु सिंह ने RTI क्वेरी डाली और एग्जाम आंसरशीट्स की दोबारा जांच की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि संबंधित प्रोफेसरों ने छात्रों को पास करने के लिए उनसे रिश्वत ली थी। छात्र नेता ने राजभवन में भी शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद राज्यपाल कार्यालय ने पिछले साल दिसंबर के अंत में मामले की जांच का आदेश दिया।
फिर कॉपीज की दोबारा हुई जांच
रिपोर्ट्स के मुताबिक विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से गठित एक समिति ने बाहरी प्रोफेसरों द्वारा एग्जाम आंसरशीट्स को दोबारा चेक कराया तो 18 में से दो छात्रों के अंक 52 और 34 से घटकर 0 और 4 हो गए। ये छात्र फार्मेसी कोर्स के पहले साल के स्टूडेंट हैं। खबरों के मुताबिक, घटना सामने आने के बाद मामले में लिप्त दो प्रोफेसरों को बर्खास्त कर दिया गया है।