महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फड़नवीस ने शिव सेना (UBT) के मुखिया उद्धव ठाकरे पर मराठी मानुष का शोषण करने का आरोप लगाया है। उन्होंने न्यूज18 के साथ खास बातचीत में कहा कि ठाकरे और उनके नेताओं की वजह से मराठी मानुष मुंबई के पास के छोटे शहरों वसई और विरार में बसने को मजूबर हैं। उन्होंने कहा, ‘ ठाकरे ने मुंबई में रहने वाले ‘मराठी मानुष’ के लिए कुछ नहीं किया। मिलों की जमीन, चॉल या पुरानी बिल्डिंग को लेकर उन्होंने क्या किया? उन्होंने एक भी ऐसा फैसला नहीं लिया, जिसे मराठीभाषी लोगों को सहूलियत हो और वे टिक सकें।’
फड़नवीस ने BDD चॉल री-डिवेलपमेंट प्रोजेक्ट का उदाहरण दिया, जिससे उनकी सरकार ने शुरूकिया था। इसके तहत लोगों को पुरानी लोकेशन पर ही बेहतर घर उपलब्ध कराने की बात है। उनहोंने कहा, ‘BDD चॉल में 95 पर्सेंट मराठी बोलने वाले लोग हैं। लोगों को अब 600 वर्ग फुट का घर मिल रहा है, जबकि पहले उनके पास सिर्फ 120 फुट का घर था। उद्धव ऐसा क्यों नहीं कर सके? उन्हें एक ऐसा शानदार प्रोजेक्ट दिखाना चाहिए, जिसके बारे में वह खुद दावा कर सकें। हमने कोस्टल रोड और मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक ((MTHL) बनाया।’
‘ठाकरे ने जनादेश के साथ धोखा किया, उनकी महत्वाकांक्षाओं और अहंकार की वजह से शिव सेना में हुआ विभाजन’
फड़नवीस ने एक बार फिर दोहराया कि बीजेपी ने न तो शिव सेना को तोड़ा और न ही एनसीपी में फूट के लिए वह जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, ‘ हमने किसी पार्टी को नहीं तोड़ा। शिव सेना में टूट की मुख्य वजह उद्धव ठाकरे का अहंकार और महत्वाकांक्षा है। ठाकरे ने जनादेश के साथ धोखा किया और महा विकास अघाड़ी ( (MVA) के साथ गए। ‘
‘संविधान को बदला नहीं जा सकता’
फड़नवीस ने बीजेपी की लेकर विपक्ष की आलोचना को भी खारिज कर दिया। विपक्ष का कहना है कि अगर बीजेपी फिर से सत्ता में आती है, तो वह संविधान बदल देगी। उन्होंने कहा, ‘ अगर आप केशवानंद भारती केस ऑर्डर का हवाला देकर बात करें, तो सुप्रीम कोर्ट की फुल बेंच का कहना है कि संविधान के मूल ढांचे को नहीं बदला जा सकता है।’ फड़नवीस ने यह भी कहा कि राज ठाकरे से बीजेपी को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, राजनीति में क्षेत्रीय पहचान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। राज ठाकरे पिछले 5 साल से हिंदुत्व की बात कर रहे हैं। राज ठाकरे और बीजेपी को हिंदुत्व जोड़ता है।’