मानवाधिकार कार्यालय के शीर्ष अधिकारी ने सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म, X, पर अपने सन्देश में कहा कि पूर्व जनरल की मज़ार के पास हुए इन दो विस्फोटों के दोषियों की जवाबदेही, अन्तरराष्ट्रीय मानकों के तहत तय की जानी होगी.
इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने बुधवार को अपने एक वक्तव्य में करमान शहर में हुए रक्तपात की निन्दा की थी.
पूर्व जनरल सुलेमानी, ईरान में रेवॉल्यूशनरी गार्ड के पूर्व कमांडर थे और उन्हें देश में एक बेहद शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में देखा जाता था. वर्ष 2020 में पड़ोसी देश इराक़ की राजधानी बग़दाद में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में वे मारे गए थे.
स्थानीय अधिकारियों ने मीडिया माध्यमों को बताया कि करमान में हज़ारों लोग जब मज़ार की ओर जाने वाले रास्ते की ओर बढ़ रहे थे, तभी ये विस्फोट हुए.
इन विस्फोटों में तीन बच्चों समेत 84 लोगों के मारे जाने की ख़बर है.
आइसिल, एक सुन्नी चरमपंथी गुट ने गुरूवार को शिया बहुल देश, ईरान में हुए इन घातक हमलों की ज़िम्मेदारी लेने का दावा किया है.
‘जघन्य कृत्य’
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने गुरूवार को एक वक्तव्य जारी किया, जिसमें करमान शहर में हुए इन ‘कायराना आतंकवादी हमलों’ की कठोर निन्दा की गई है.
सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने पीड़ितों के परिजनों और ईरान की सरकार के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति व सम्वेदना प्रकट की है. उन्होंने घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.
सुरक्षा परिषद ने कहा है कि आतंकवाद अपने सभी रूपों व अभिव्यक्तियों में अन्तरराष्ट्रीय शान्ति व सुरक्षा के लिए सबसे गम्भीर ख़तरों में से है.
साथ ही, इस घटना के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया है, जिनमें संगठनकर्ता, वित्त पोषक और इन जघन्य आतंकी कृत्यों के प्रायोजक समेत अन्य दोषी हैं.