Zee Entertainment Share: सोनी और ज़ी के बीच होने वाली डील अब नहीं हो सकी है। पिछले कुछ सालों से दोनों के बीच डील होने की चर्चा चल रही थी लेकिन ये चर्चा अब खत्म हो चुकी है और दोनों कंपनियां एक दूसरे से किनारे हो चुकी हैं। वहीं अब दोनों की डील को लेकर एक अहम जानकारी भी सामने आई है। दरअसल, जापान की सोनी की भारतीय इकाई के साथ जी एंटरटेनमेंट (Zee Entertainment) के 10 अरब डॉलर का विलय सौदा नहीं हो पाया। जिसके बाद ज़ी के स्टॉक प्राइज में गिरावट भी देखने को मिली। हालांकि इस बीच ICICI Prudential Mutual Fund (IPru MF) ने 20 जनवरी से 30 जनवरी के बीच सुभाष चंद्रा की जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड में 2.15% हिस्सेदारी बेच दी।
शेयर बेचे
बिक्री से पहले म्यूचुअल फंड के पास 7 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी ज़ी में थी। इसके पास ज़ी में 7.24% हिस्सेदारी थी और बिक्री के बाद भी उसके पास 5.09% हिस्सेदारी बनी हुई है। स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग से पता चलता है कि शेयर 20 जनवरी से 30 जनवरी के बीच सेकेंडरी मार्केट में बेचे गए थे, 30 जनवरी को 18.76 लाख शेयर बेचे गए थे। कुल मिलाकर, IPru MF ने ज़ी के 2.06 करोड़ शेयर बेचे।
शेयर में गिरावट
इस अवधि में प्रति शेयर 177.11 रुपये के औसत मूल्य को ध्यान में रखते हुए, विलय रद्द होने के बाद से IPru MF ने ज़ी एंटरटेनमेंट के लगभग 365.7 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। सूत्रों के मुताबिक, ये शेयर HNI निवेशकों ने खरीदे हैं। 22 जनवरी से ज़ी एंटरटेनमेंट के शेयर 25% से अधिक गिरकर 2 फरवरी को 173.05 रुपये पर आ गए हैं।
नहीं हो पाया सौदा
मनीकंट्रोल ने 21 जनवरी को बताया कि ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के सार्वजनिक शेयरधारकों के एक वर्ग ने कंपनी को पत्र लिखकर उन घटनाओं की श्रृंखला का विवरण मांगा है, जिसके कारण दो साल की विलय प्रक्रिया समाप्त हो गई। सोनी पिक्चर्स नेटवर्क के साथ ज़ी का सौदा 22 जनवरी को बंद कर दिया गया था।