दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की दिल्ली उच्च न्यायालय की टिपण्णी की राष्ट्रीय हित और सार्वजनिक हित की मांग है कि मुख्य मंत्री पद पर रहने वाला कोई भी व्यक्ति लंबे समय तक या अनिश्चित अवधि के लिए अनुपस्थित ना रहे, दिल्ली के मुख्य मंत्री को न्यायपालिका का संदेश है की वह जनहित में इस्तीफा दें।
नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की आज दिल्ली के इतिहास का काला दिन है। दिल्ली नगर निगम स्कूलों में अव्यवस्था से जुड़े मामले पर सुनवाई कर रही दिल्ली उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने तीन दिन में दूसरी बार ना सिर्फ दिल्ली सरकार एवं दिल्ली नगर निगम को फटकार लगाई बल्कि नगर निगम के स्कूलों में अव्यवस्था के लिए सीधे तौर पर मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल एवं मंत्री सौरभ भारद्वाज को दोषी मानते हुए उनके व्यवहार पर कड़ी टिपण्णी की। दिल्ली उच्च न्यायालय की खंडपीठ का कहना है कि दिल्ली जैसी व्यस्त राजधानी में मुख्य मंत्री का पद कोई औपचारिक पद नहीं है, यह ऐसा पद है जहां कार्यालय धारक को 24×7 उपलब्ध रहना होता है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की दिल्ली उच्च न्यायालय की टिपण्णी की राष्ट्रीय हित और सार्वजनिक हित की मांग है कि मुख्य मंत्री पद पर रहने वाला कोई भी व्यक्ति लंबे समय तक या अनिश्चित अवधि के लिए अनुपस्थित ना रहे, दिल्ली के मुख्य मंत्री को न्यायपालिका का संदेश है की वह जनहित में इस्तीफा दें।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की अब यह स्पष्ट है की अरविंद केजरीवाल एवं आम आदमी पार्टी की हठधर्मी के कारण दिल्ली नगर निगम के विकास एवं रखरखाव कार्य ठप्प हो गये हैं या तो “आप” दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति का चुनाव करवाये या जनविरोध का सामना करने को तैयार रहे। दिल्ली उच्च न्यायालय की आज की टिपणणियों के बाद अरविंद केजरीवाल एवं सौरभ भारद्वाज को पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नही बचा है।
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