कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक सांसद, जो पहले कांग्रेस में थे, ने उनसे कहा था कि भाजपा में ‘गुलामी’ चलती है। नागपुर में ‘हैं तैयार हम’ रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा, “एक बीजेपी सांसद, जो पहले कांग्रेस में थे, मुझसे निजी तौर पर मिले और मुझे बताया कि बीजेपी में ‘गुलामी’ काम करती है। उन्होंने मुझसे कहा कि उनका दिल अभी भी कांग्रेस के साथ है।” उन्होंने कहा कि आप किसी से नहीं डरते…ये विचारधाराओं की लड़ाई है…हम सब मिलकर महाराष्ट्र और देश में चुनाव जीतने जा रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि लोग सोचते हैं कि आजादी की लड़ाई केवल अंग्रेजों के खिलाफ थी, नहीं, यह राजाओं और शासकों के खिलाफ भी थी। राजाओं की अंग्रेजों के साथ साझेदारी थी… कांग्रेस ने देश की जनता के लिए उस साझेदारी के खिलाफ लड़ाई लड़ी। आजादी से पहले भारत की जनता के लिए कोई अधिकार नहीं थे… ये आरएसएस की विचारधारा है, हमने इस विचारधारा को बदल दिया। उन्होंने आगे कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों समेत सभी संस्थान सरकार के दबाव में हैं।
गांधी ने उस घटना का भी जिक्र किया जहां महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा था कि उन्होंने किसानों को जीएसटी का हिस्सा दिए जाने के संबंध में पीएम मोदी से सवाल पूछा था। राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के विपरीत, यहां तक कि एक कनिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता भी पार्टी के शीर्ष नेताओं पर सवाल उठा सकता है और उनसे असहमत हो सकता है। उन्होंने यह भी आपके वोट से अलग-अलग संस्थाएं बनती हैं, ये आपकी संस्थाएं हैं। लेकिन BJP सभी संस्थाओं पर कब्ज़ा कर रही है। आप हिंदुस्तान की सारी यूनिवर्सिटीज को देख लीजिए, सभी वाइस चांसलर आज एक संगठन के हैं, जिनको कुछ नहीं आता। ये वाइस चांसलर अब मेरिट पर नहीं बनते, बल्कि संगठन के लोग वाइस चांसलर बनते हैं।
पहले कहा जाता था कि मीडिया लोकतंत्र का रखवाला है। मैं आपसे पूछता हूं- क्या आज देश की मीडिया लोकतंत्र की रक्षा कर रही है?। उन्होंने कहा कि लोग सोचते हैं कि यह राजनीतिक लड़ाई है, यह सत्ता की लड़ाई है… लेकिन इस लड़ाई की बुनियाद विचारधारा की है, यह दो विचारधाराओं की लड़ाई है, दोनों एनडीए में हैं और आई.एन.डी.आई.ए ब्लॉक में हैं, लेकिन इनके बीच लड़ाई है दो विचारधाराएँ। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नागपुर में दो विचारधाराएं हैं। एक विचारधारा प्रगतिशील है, जो बाबा साहेब अंबेडकर की है। दूसरी तरफ आरएसएस है, जो देश को नष्ट कर रही है।