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आकाश जाधव का कारपूल ऐप GoPool आज हजारों यूजर्स के लाखों रुपये बचा रहा है, जानिए GoPool की दिलचस्प कहानी

आकाश जाधव का कारपूल ऐप GoPool आज हजारों यूजर्स के लाखों रुपये बचा रहा है, जानिए GoPool की दिलचस्प कहानी

कई बार बड़ा आइडिया रोजाना की जिंदगी के अनुभव से सामने आता है। कुछ लोग उसे बिजनेस आइडिया में बदल देते हैं। गोपूल का आइडिया इसी तरह आकाश जाधव के दिमाग में आया था। नौकरी करते हुए उन्होंने इस आइडिया पर काम करना शुरू किया। इस बिजनेस आइडिया के कामयाब होने पर उन्होंने इसे फुल टाइम देने के लिए नौकरी छोड़ दी है। गोपूल की शुरुआत पिछले साल फरवरी में हुई थी। इस साल फरवरी में जाधव ने अपनी नौकरी छोड़ इस पर फोकस करना शुरू किया है। सबसे खास बात यह है कि उनका यह बिजनेस आइडिया आज हजारों लोगों के पैसे बचा रहा है। इनमें ज्यादातर हमारे और आपके जैसे आम लोग हैं, जिनके लिए हर पैसा अहम है।

37 साल के जाधव ने पुणे के एमआईटी से इंफॉर्नेशन टेक्नोलॉजी में बीटेक किया है। उन्हें सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री का 13 साल का अनुभव है। दरअसल, जाधव बेंगुलुरु की फ्लाइट में थे। एक साथी पैसेंजर की बातचीत से उन्हें पता लगा कि वह भी बेंगलुरु में इलेट्रॉनिक सिटी जा रही है। जाधव ने प्लेन से उतरने के बाद साथी पैसेंजर से पूछा कि अगर वह उनके साथ कैब में इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक जाना चाहें तो इससे दोनों के पैसे बचेंगे। साथी पैसेंजर ने उनका ऑफर झट से स्वीकार कर लिया। इस तरह कैब का 1,500 रुपये का किराया दो लोगों में बंट गया। दोनों में से प्रत्येक के 750 रुपये बच गए। इस आइडिया को जाधव ने बिजनेस आइडिया में बदलने का फैसला किया।

GoPool ऐसा ऐप है, जिसकी मदद से पैसेंजर कैब की अपनी ट्रिप शुरू होने से पहले साथी पैसेंजर की तलाश कर सकता है। इससे एयरपोर्ट आने और एयरपोर्ट से घर जाने का पैसेंजर का कुल खर्च काफी घट जाता है। आज इस ऐप की सुविधा बेंगलुरु, हैदराबाद, गोवा और पुणे में उपलब्ध है। जाधव ने कहा, “हमारे यूजर्स की संख्या करीब 25,000 हो गई है। पिछले हफ्ते से हर हफ्ते 50 से 125 नए यूजर्स इस ऐप से जुड़ रहे हैं।” उन्होंने बताया कि इस आइडिया से पहले उन्होंने छह दूसरे आइडिया को आजमाया था। लेकिन, उन्हें कामयाबी नहीं मिली।

जाधव ने खुद के पैसे से अपने स्टार्टअप में निवेश किया। उन्होंने सर्वर बिल, ओटीपी सर्विसेज, बिजनेस रजिस्ट्रेशन और मार्केटिंग आदि पर 1.5 लाख रुपये खर्च कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि ऐप को बनाने पर मुझे खर्च नहीं करना पड़ा, क्योंकि मैने खुद इसे बनाया। उन्होंने कहा कि इस साल दिसंबर तक वह इस ऐप पर 10 लाख रुपये का निवेश करने वाले हैं। यह पैसा सेविंग्स का है। उनका प्लान गोपूल की सेवाएं दूसरे शहरों में उपलब्ध कराने और इसे ग्लोबल बनाने की है।

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